Bokaro : कुख्यात कोड़ा गैंग के दो सदस्यों को बोकारो पुलिस की स्पेशल टीम ने सब डिविज़नल पुलिस अफसर (SDPO), चास, मुकेश कुमार के नेतृत्व में छापा मारकर धनबाद के नागनगर इलाके से पकड़ लिया है। कोड़ा गैंग द्वारा बोकारो में क्राइम की शुरुआत करते ही पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
पुलिस के अनुसार इन दोनों आरोपियों की गिरफतारी, तीन दिन पहले चास मुफ्फसिल थानांतर्गत कालापत्थर इलाके से मोटरसाइकिल की डिक्की तोड़कर करीब 91,000 रूपये की चोरी के मामले में हुई है। पुलिस ने इस कांड में आरोपियों को पकड़ने के साथ-साथ चुराए गए रूपये भी बरामद कर लिए है।

एसडीपीओ ने बताया कि छापामारी दल के द्वारा नागनगर , धनबाद से कोड़ा गैंग के दो सदस्य अमर कुमार नट और विपुल गोवाला को पकड़ा गया है। इनसे पुछताछ के क्रम में यह बात प्रकाश में आयी की अगस्त 8 को NH- 32 मुख्य सड़क से सटा हुआ कालापत्थर अवस्थित राशन दुकान के समीप मोटरसाईकिल के डिक्की में रखे पैसा की चोरी की थी।
एसडीपीओ ने बताया कि उक्त दोनों पकड़ायें अभियुक्तों के निशानदेही पर काण्ड में चोरी किये गए रुपये एवं काण्ड में प्रयुक्त मोटरसाइकिल एवं डिक्की खोलने तथा टायर पंचर करने के लोहे के औजार बरामद किया गया है। गिरफतार अभियुक्त अमर कुमार नट बिहार के टोला जोराबगंज , थाना- कोराह , जिला- कटिहार का रहनेवाला है, वहीं विपुल गोवाला पश्चिम बंगाल के फटापुकुर , थाना- राजगंज, जिला- जलपाईगुड़ी का रहने वाला है।
बरामद सामान का विवरण :
एडीपीओ ने बताया कि, पुलिस ने आरोपियों के पास से काला रंग का पल्सर 180 मोटरसाइकिल सं0- रजि 0 न0- JH01EX – 2184 जो फर्जी है तथा इंजन नं 0 एवं चेचिस नं0- घीसा हुआ है बरामद किया है। आरोपी इस मोटरसाइकिल का प्रयोग चोरी कि घटना को अंजाम देने के लिए करते थे। वहीं काण्ड में चोरी हुए कुल -91600 / – रुपये जो 500X183 – 91500 एवं 100X1 = 100 / ३ भी बरामद कर लिए गए है। काण्ड में प्रयुक्त डिक्की खोलने औजार एवं टायर पंचर करने का औजार के साथ-साथ दोनो अभियुक्तों का फर्जी आधार कार्ड, 7 मोबाईल फोन तथा अतिरिक्त पाँच सीम कार्ड बरामद किया है।
काफी शातिर है कोड़ा गैंग का गिरोह:
कोड़ा गैंग में शामिल अधिकतर अपराधी कटिहार जिले के कोड़ा गांव से संबंध रखते हैं। यह गिरोह काफी शातिर है। पूरी तैयारी के साथ इस गिरोह से जुड़े लोग घटनाओं को अंजाम देते हैं। गिरोह के सदस्य तेज रफ्तार से चलने वाली बाइक रखते हैं। गिरोह के सदस्य पहले पूरी रेकी करते हैं। इसके बाद घटना को अंजाम देते हैं। कुछ सदस्यों का काम टारगेट कर रेकी करना होता है और दूसरे लोग लूट की घटना को अंजाम देते हैं। इस वजह से वे पकड़ में नहीं आते हैं।
छापामरी में शामिल पुलिस वालो के नाम :
थाना प्रभारी, मुफ्फसिल थाना, ललन रविदास चास, सब-इंस्पेक्टर, प्रिंस कुमार, ओ पी प्रभारी बनगडिया, सब-इंस्पेक्टर दिलीप हांसदा , ऐएसआई, प्रफुल्य कुमार मांझी , बृजबिहारी राम चास, चालक, मुकेश सिंह चास, आरक्षी, चन्दन कुमार मिश्रा, तकनिकी शाखा, भागीरथ महतो, तकनिकी शाखा, आरक्षी, विरेन्द्र रविदास चास, आरक्षी, गेना राम महतो घास, आरक्षी, अजीत महतो बनगडिया और आरक्षी, बबलु कुमार।
