Bokaro: साइंस फॉर सोसाइटी, झारखंड एवं विज्ञान जागरण समिति की ओर से शनिवार को डीपीएस बोकारो में 30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस (एनसीएससी) के लिए झारखंड की टीम का अंतिम रूप से चयन किया गया। विगत माह चयनित 18 में से 12 टीमों को आगामी 27-31 जनवरी को अहमदाबाद (गुजरात) में अखिल भारतीय स्तर पर होने वाली राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के लिए चुना गया।
राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित इस कांग्रेस का विषय ‘स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना’ रहा। प्रतिभागियों द्वारा प्रोजेक्ट-प्रेजेंटेशन के आधार पर निर्णायकों ने मूल्यांकन किया और अंतिम सूची जारी की गई।
चयनित प्रतिभागियों में ग्रामीण जूनियर ग्रुप में बोकारो से शताक्षी व पायल महथा व दुमका की जूही प्रिया मुर्मू, ग्रामीण सीनियर में बोकारो से डॉली कुमारी व तरन्नुम गुलनाज एवं जामताड़ा की अर्पिता साहा, शहरी जूनियर ग्रुप में बोकारो से रिद्धि शर्मा व सक्षम झा और देवघर से अभिज्ञान तथा सीनियर शहरी ग्रुप में बोकारो से अभिनीत शरण, अर्पण कुमार और गिरिडीह से प्रिंस राज के नाम शामिल हैं।
इस दो-दिवसीय चयन सह संवर्द्धन कार्यशाला के पहले दिन साइंस फॉर सोसाइटी के महासचिव सह राज्य समन्वयक डीएनएस आनंद ने चयनित टीमों को बधाई देते हुए सोसाइटी की ओर से गुणवत्तापूर्ण वैज्ञानिक गतिविधियों को बढ़ावा देने को लेकर कटिबद्धता व्यक्त की। स्टेट एकेडमिक को-आर्डिनेटर राजेन्द्र कुमार ने एनसीएससी के राष्ट्रस्तरीय आयोजन की रूपरेखा बताई। कहा कि 23 जनवरी को झारखंड की टीम गुजरात के लिए रवाना होगी।
उन्होंने सफल आयोजन के लिए टीम डीपीएस बोकारो के प्रति आभार भी जताया। कार्यकारी अध्यक्ष (बोकारो) डॉ. एमपी नायक ने परिणाम घोषित किया। मौके पर सोसाइटी की जिला शैक्षणिक समन्वयक पी. ज्योतिर्मय, पीआरके वर्मा, निर्णायकों में बीएसएल के सहायक महाप्रबंधक चंद्रशेखर कुमार एवं वरीय प्रबंधक अमित आनंद सहित विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागी बच्चे और शिक्षक उपस्थित रहे।
इस क्रम में आयोजकों ने निर्णायकों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यशाला के दूसरे दिन चयनित प्रतिभागियों को उनके प्रोजेक्ट अपग्रेड करने को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी।
एनसीएससी आयोजन समिति के अध्यक्ष सह डीपीएस बोकारो के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने चयनित टीमों के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने बच्चों को अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा की बदौलत झारखंड ही नहीं, पूरे देश का नाम विश्वपटल पर गौरवान्वित करने का संदेश दिया।