Bokaro: गुजरात के राजकोट शहर में बंधक बनें बोकारो के 13 मजदूरों को छुड़ाने को लेकर राज्य सरकार और जिला प्रसाशन रेस हो गया है। मजदूरों के फंसे होने की जानकारी twitter पर अपलोडेड वीडियो के माध्यम से हुई।
मजदूरों ने वीडियो ट्वीट कर गुहार लगाई है कि “उनके साथ मारपीट हो रही है, बहुत जुल्म हो रहा है, उनको वहां से जल्द से जल्द निकाले”। वह वीडियो क्लिप मजदूरों ने एक कमरे में रिकॉर्ड किया है। जिसको अंकित राजगढ़िया नामक शख्स ने शनिवार सवेरे twitter में अपलोड किया है।वीडियो के ट्वीट होने के कुछ ही घंटो में झारखंड सरकार के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने संज्ञान लिया। उसके बाद आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने “DC Bokaro और Migrant Cell को तुरंत मामले का संज्ञान लेने और मजदूरों के घर-वापसी का इंतज़ाम करने को कहा”।
जिसके बाद श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने फिर ट्वीट कर बताया कि “राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष द्वारा सभी श्रमिकों से बात कर ली गयी है। सभी श्रमिक सकुशल हैं। स्थानीय प्रशासन से भी बात कर ली गयी है। श्रमिकों को 2 दिनों में अपने प्रदेश वापस ले आया जाएगा।”
उपायुक्त बोकारो कुलदीप चौधरी ने भी तुरंत ट्वीट कर लिखा कि “माननीय महोदय, जिला श्रम अधीक्षक को राज्य से समन्वय बनाते हुए मजदूरों को तत्काल रहत पहुंचाने एव सकुशल वापसी को लेकर जरुरी दिशा-निर्देश दिया गया है”।
जिला श्रम अधीक्षक हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि डीसी साहब के आदेश पर स्टेट माइग्रेंट सेल को इस मामले की जानकारी दे दी गई है। सोमवार को गुजरात स्टेट ऑफिसर से संपर्क कर उन मजदूरों को रेस्क्यू करा लिया जायेगा। जिसके बाद उन्हें वापस बोकारो ले आया जायेगा। उनके आने का खर्च झारखण्ड सरकार उठाएगी।