Bokaro: बोकारो स्टील (BSL) टाउनशिप के विभिन्न सेक्टरों में खाली पड़े मैदान अब प्लेग्राउंड में विकसित किये जायेंगे। इस पर काम शुरू होने वाला है। शहर में कुल 30 मैदान अपग्रेड किये जायेंगे। जिनमे हुए अतिक्रमण को हटाकर, बैरिकेडिंग कर खेल की सुविधाएं विकसित की जाएँगी। इसपर चर्चा इस वर्ष के शुरुआत से हो रही थी पर अब बजट सैंक्शन और अप्रूवल हो चूका है और टेंडरिंग प्रोसेस में है। प्रत्येक सेक्टर में तीन मैदानो को विकसित किया जायेगा।
बीएसएल के प्रवक्ता मणिकांत धान के अनुसार, बोकारो एशिया का पहला ग्लोबल एक्टिव पार्टनर सिटी है। खेल को बढ़ावा देने के लिए टाउनशिप में 30 खेल के मैदान विकसित किये जायेंगे। कुछ अन्य औपचारिकताओं के पूरा होने के तुरंत बाद निर्माण शुरू किया जायेगा। इन खेल के मैदानों की पहचान कर ली गई है। प्रत्येक सेक्टर में तीन मैदानो को चुना गया है”। इन खेल के मैदानों को घेराबंदी और क्रमांकित किया जाएगा। इन मैदानों के विकसित होने से लोगो को वाकिंग, जॉगिंग, व्याम करने की सुविधाएं मिलेंगी।
धान ने बताया कि यह प्लेग्राउंड बोकारो के लोगो को स्वस्थ और फिट रखने में मदद करेंगे। मैदानों को विकसित करने की पहल बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश ने की है। यह उन्ही के दिमाग की उपज है। उन्होंने न केवल बोकारो में खेल को बढ़ावा देने की पहल की है, बल्कि बोकारो को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाने के लक्ष्य की दिशा में काम करने का भी संकेत दिया है।
प्रकाश ने इस वर्ष को एक ‘खेल वर्ष’ के रूप में मनाने की घोषणा की है। शहर के सभी लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए खेल गतिविधियों में शामिल होने के लिए कहा है। बीएसएल, टाउनशिप और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल सुविधाएं विकसित करने की प्रक्रिया में है। खेल के मैदानों का विकास और खेलों के लिए डे बोर्डिंग सेंटर खोलना इसी पहल का एक हिस्सा है।
Only in news not on ground kuch nahi hone wala hai yaha bas bate hoti hai city ka development kuch nahi hoga ye kewal news me hai aur yahi tak rah jayega।