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गांव-गांव घूमकर ‘स्वदेशी स्वीकार-चाइनीज बहिष्कार’ का नारा बुलंद कर रहा स्वदेशी जागरण मंच


Bokaro: स्वदेशी का भाव जगाने वाली संगठन स्वदेशी जागरण मंच ‘श्रधेय दत्तोपंत ठेंगड़ी’ के जन्मशताब्दी को पूरे वर्ष भर मनाने का संकल्प लिया है। इसी क्रम में आज ग्रामीण छेत्र चंदनकियारी के कुसुमकयारी, भड़जोड़ी, बड़ियादिह जैसे विभिन्न छेत्रों में स्वदेशी जागरण मंच ने ग्रामीणों के बीच स्वदेशी सभा का आयोजन किया।

क्षेत्रीय संयोजक सचिन्द्र कुमार बरियार ने ग्रामीणों को जैविक खाद्य के उपयोग के लाभ, पुरानी सिंचाई पद्धति,  स्वावलंबी गांव, चीन के व्यापार से लेकर कोरोना जैसी महामारी पर प्रकाश डाला। प्रांत के सह संयोजक अमरेंद्र सिंह ने ग्रामीण भाइयों एवं बहनों को स्वदेशी उपचार एवं स्वदेशी क्यों आवश्यक है इससे अवगत कराया।

कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय संयोजक सचिन्द्र कुमार बरियार ग्रामीणों को ठेंगड़ी सन्देश देते हुए

कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय संयोजक ने ठेंगड़ी सन्देश ग्रामीणों को सुनाते हुए कहा की:
● स्थानीय व स्वदेशी उत्पाद खरीदें। इच्छा से देशी व स्वदेशी, केवल मजबूरी में विदेशी खरीदें। (स्वदेशी स्वीकार-चाइनीज बहिष्कार)। यह सब कोई भावनात्मक विचार नहीं, बल्कि देश में रोजगार व आर्थिक उन्नति का मूल मंत्र है। दैनिक प्रयोग की, अधिकांश वस्तुएं, उचित मूल्य व गुणवत्ता की अपने यहां बनती ही है।
● हम उद्यमी व स्वरोजगारी बनें। दूसरों के भी अर्थ-सृजन में सहयोग करें। हर हाथ को काम हेतु प्रयत्नशील हों। हर ग्राम, नगर व जिला आत्मनिर्भर बने। देश की अर्थव्यवस्था विकेंद्रित (जिला केंद्रित) बने, इस दिशा में प्रयास करें।
● गौ-आधारित जैविक कृषि, किसान की आय वृद्धि, लघु कुटीर व ग्रामाधारित उद्योगों को बढ़ावा देना है। खाद्य प्रसंस्करण व विश्व को भोजन कराने की सिद्धता चाहिए।
● नवीनतम व उच्च तकनीक में विश्वास, जो रोजगार वृद्धि व मानवश्रम में सहायक हो, स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन। वैश्विक व्यापार, पूंजी व तकनीक का लेनदेन, भारत हित व समानहित की नीति अनुसार। भारत को वैश्विक ताकत (अर्थ-रक्षा-राजनीतिक रूप से) बनाने का लक्ष्य रखना।
● पर्यावरण का संर्वधन, परिवार व्यवस्था को मजबूती व जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता। योग,आयुर्वेद,पंचगव्य व स्वच्छता को प्रोत्साहन। व्यक्तिगत व पारिवारिक संस्कारों की प्रक्रिया पर बल। ‘राष्ट्र प्रथम’ का सिद्धांत, हर निर्णय का आधार।

पूर्व बोकारो मेला संयोजक किशोर बोराल ने भी ग्रामीणों में स्वदेशी स्वावलंबी ग्राम का आत्मविश्वाश जगाया। इस कार्यक्रम का संचालन जिला सह संयोजक शशांक शेखर ने किया जिसमें कुसुमकयारी से कार्तिक सिंह,राणा,निमाई सिंह और भड़जोड़ी बड़ियादिह से सपन प्रमाणिक,राजेश कुमार,शुभम सिंह एवं स्वदेशी जागरण मंच के अवधेश सिंह,शुभम सिंह राठौर एवं अन्य स्थानीय ग्रामीण भाई बहन उपस्थित थे।


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