Bokaro: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के माओवादियों को आत्मसमर्पण करने की अपील और मार्च 2026 तक माओवाद के खात्मे के संकल्प के महज तीन दिन बाद झारखंड पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने बोकारो जिले के लुग्गू पहाड़ के जंगलों में एक बड़ी मुठभेड़ में 8 सशस्त्र नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए माओवादियों में कई शीर्ष नेता शामिल हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1xराजधानी रांची से लगभग 110 किलोमीटर दूर हुई इस मुठभेड़ को ‘ऑपरेशन डाकाबेड़ा’ नाम दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के सेंट्रल कमेटी सदस्य विवेक उर्फ प्रयाग मांझी और साहदेव सोरेन अपने 20-25 साथियों के साथ इलाके में सक्रिय हैं। इसके बाद सोमवार तड़के संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया गया।
ADG संजय आनंदराव लाठकर ने बताया कि इस ऑपरेशन को सीआरपीएफ की 209 कोबरा बटालियन, झारखंड जैगुआर, बोकारो पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया। “सुबह करीब 5:30 बजे मुठभेड़ शुरू हुई और कई घंटे चली। दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई,”।Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
आईजी सीआरपीएफ साकेत सिंह, जो मुठभेड़ की मॉनिटरिंग कर रहे थे, ने कहा, “सटीक खुफिया इनपुट के आधार पर जब जवान मौके पर पहुंचे, तो माओवादियों की मूवमेंट हो रही थी। हमने उनका डटकर मुकाबला किया और करारा जवाब दिया।”
ADG लाठकर ने बताया, “यह झारखंड के इतिहास में पहली बार है जब एक सेंट्रल कमेटी सदस्य को मुठभेड़ में ढेर किया गया है। इसके साथ ही स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य अरविंद यादव और जोनल कमेटी सदस्य सहेबराम मांझी भी मारे गए हैं। ये दोनों जनवरी में बोकारो के पेक-नारायणपुर में हुई मुठभेड़ से बच निकले थे, लेकिन इस बार मारे गए। यह माओवादियों के लिए स्पष्ट संदेश है—या तो आत्मसमर्पण करो या मारे जाओ।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
लाठकर ने कहा कि इस मुठभेड़ के बाद लुग्गू, झुमरा और पारसनाथ इलाकों में माओवादी संगठन की जड़ें हिल चुकी हैं। “झारखंड में अब बहुत कम माओवादी बचे हैं। यह माओवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी कामयाबी है।”
बरामदगी:
मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं, जिनमें चार 5.56 मिमी इंसास राइफलें, एक SLR, एक रिवॉल्वर, आठ देशी हथियार और अन्य सामरिक सामग्री शामिल हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
जारी है सर्च ऑपरेशन
वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इलाके में सघन तलाशी और सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है ताकि बचे हुए माओवादियों को भी पकड़ा या मार गिराया जा सके। उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र के आईजी माइकेल एस राज, कोयलांचल के डीआईजी सुरेंद्र कुमार झा और बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी ने इस ऑपरेशन के सफल होने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
मारे गए शीर्ष नक्सलियों की पहचान:
-प्रयाग मांझी उर्फ विवेक, फुचना, नागो, करण दा, लेटरा: सेंट्रल कमेटी सदस्य, ₹1 करोड़ का इनामी, 37 मुकदमे।
-अरविंद यादव उर्फ अविनाश: बिहार के जमुई निवासी, SAC सदस्य, ₹3 लाख का इनामी, 85 केस।
-सहेबराम मांझी: गिरिडीह का ZCM सदस्य, ₹10 लाख का इनामी, 45 केस।
-गंगाराम उर्फ पवन सीताराम मांझी: गिरिडीह का SZCM सदस्य, 20 केस।
-महेश: बरियारपुर निवासी।
-तालो दी: गिरिडीह के बंधखरो की महिला नक्सली।
-महेश मांझी उर्फ मोटा, डोरा: पिरटांड निवासी।
-रंजू मांझी उर्फ संथाली पाटी पवन मांझी: गिरिडीह के डुमरी से।