Bokaro: पिछले छह दिनों से मोर्चरी में रखा हुआ ठेकाकर्मी का शव आज भी नहीं उठा। मृतक के परिजनो का बीजीएच में धरना आज बुधवार को भी जारी रहा। मृतक भगवान नायक (38) की मौत बोकारो स्टील प्लांट (SAIL-BSL) के अंदर काम करने के दौरान शुक्रवार को हुई थी। तबसे उसके परिजन बीएसएल प्रबंधन से समुचित मुआवजा और नौकरी मांग रहे है।
इंटक के बैनर तले सैकड़ो लोगो ने बीजीएच में धरना दिया। मृतक के परिजन का कहना है कि “जबतक बीएसएल नौकरी नहीं देता है तब तक न तो वह शव उठाएंगे न ही धरना से उठेंगे”। मृतक चंद्रपुरा प्रखंड के नर्रा पंचायत निवासी 45 वर्षीय भगवान नायक है। नियोजन की मांग को लेकर इंटक के जिलाध्यक्ष अजय सिंह, प्रदेश संगठन सचिव, सरजू केवट, समाजसेवी सरोज कुमारी, पूनम कुमारी धरने में बैठे है।
जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बी के चौधरी उस समय से लगातार प्रबंधन से उनके आश्रित को नियोजन देने के लिए दवाब बनाते रहा है ।इस बीच आज अनुमंडल पदाधिकारी ने अपने चास कार्यालय में बुलाकर जानकारी देते हुए कहा कि चार सदस्यों की कमिटी बनाई गई है जो इन्क्वायरी कर रहा है लेकिन लाश का परीक्षण किये बिना जाँच पूरा नहीं हो सकता है। क्योंकि डेथ सर्टिफिकेट में मरने का कारण पोस्टमार्टम से हीं पता चलेगा ।महामंत्री बी के चौधरी ने कहा उनके आश्रित को नियोजन का आफर लेटर किसी भी स्थिति में मिलना चाहिए ।
इधर बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन इंटक के प्रदेश महासचिव वीरेंद्रनाथ चौबे के नेतृत्व में प्लांट के अंदर भी आंदोलन करने की तैयारी चल रही है। साथ ही ठेका मजदूर भी प्लांट के अंदर गोलबंद हो रहे है। इंटक के जिलाध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि 6 दिन से बीजीएच में शव पड़ा है लेकिन प्रबंधन के अड़ियल रवैया के कारण पीड़ित परिवार से वार्ता तक करना उचित नहीं समझ रही है।
उन्होंने कहा कि इसके पहले बीएसएल प्लांट के अंदर जो भी मजदूर की मौत हुई है नौकरी देने की प्रावधान है। जब तक प्रबंधन मृतक आश्रित को नियोजन नहीं देगी तब तक शव नहीं उठेगा और ना ही आंदोलन खत्म होगा। आंदोलन और तेज होगा।