Bokaro: बोकारो एयरपोर्ट चालू होने का सबको इंतज़ार है। बहुत ही धीमे गति से ही सही लेकिन एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का काम अब लगभग ख़त्म हो चुका है। उड़ान शुरू करने के लिए आखरी महत्वपूर्ण कार्य नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से एरोड्रम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए एप्लीकेशन फॉर्म भेजना बाकी है, जिसे एयरपोर्ट ऑथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (AAI) और बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) ने लगभग तैयार कर लिया है। बताया जाता है कि आने वाले 5-6 दिनों के अंदर इसे भेज दिया जायेगा।
सूत्रों के अनुसार बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज, अमरेंदु प्रकाश एयरपोर्ट से शीध्र ही कमर्शियल उड़ान चालू कराने को लेकर संजीदा हो गए हैं। पिछले हफ्ते एएआई की मदद से एप्लीकेशन फॉर्म तैयार कर लिया गया है। बीएसएल के हिस्से की कुछ बारीक़ जानकारियों को फॉर्म में भरा जा रहा है जिसे दो- तीन दिनों में ख़त्म कर लिया जायेगा। बीएसएल के सीजीएम (टेक्निकल) एवं एविएशन के प्रभारी लक्ष्मी दास के नेतृत्व में चंद अधिकारियों की टीम इस काम में लगी हुई है।
बताया जा रहा है कि कमर्शियल उड़ान जल्द शुरू करने के लिए डीजीसीए से एरोड्रम लाइसेंस प्राप्त करने हेतु एप्लीकेशन फॉर्म अगले सप्ताह निश्चित तौर पर जमा कर दिया जाएगा। एएआई के तरफ से भी एप्लीकेशन फॉर्म भेजने का ग्रीन सिग्नल है। बता दें कि एयरपोर्ट में कंस्ट्रक्शन का सारा काम लगभग खत्म हो चुका है। कुछ दिनों पहले एंट्री और एग्जिट गेट लग चुका है। स्पाइस जेट ने भी बोकारो से फ्लाइट शुरू करने की घोषणा कर दी है।
अब जितनी जल्दी डीजीसीए से एरोड्रम लाइसेंस प्राप्त होगा उतनी जल्दी उड़ाने चालू होंगी। क्युकी बेगैर एरोड्रम लाइसेंस के कमर्शियल उड़ान शुरू नहीं हो सकती। चुकी यह एयरपोर्ट बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) का है, इसलिए एरोड्रम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए बीएसएल को ही एप्लीकेशन भरकर डीजीसीए को भेजना होगा।
यह माना जा रहा है कि डीजीसीए को एप्लीकेशन फॉर्म भेजने के बाद लाइसेंस मिलने में करीब तीन महीने का वक़्त लगता है। डीजीसीए को एप्लीकेशन प्राप्त होने के बाद उसकी टीम बोकारो एयरपोर्ट आकर बारीकी से निरिक्षण करेगी। उसपर अपना मंतव्य देगी। जिसके आधार पर अगर सुधार की आवश्यकता होती है तो उन कमियों को सुधारा जायेगा। उसके बाद सब संतोषजनक रहा तो ही कमर्शियल उड़ान का लाइसेंस बोकारो एयरपोर्ट को मिल जायेगा। इस प्रक्रिया में अमूंमन तीन महीने का वक़्त लगता है।
DGCA क्या है?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) नागरिक उड्डयन के लिए भारतीय सरकारी नियामक निकाय है, जो भारत में एयरवाइनेस मानकों, सुरक्षा संचालन और चालक दल के प्रशिक्षण को लागू करने, नियंत्रित करने और पर्यवेक्षण के लिए जिम्मेदार है। लाइसेंस आवेदन प्रक्रिया में एयरपोर्ट ऑपरेशन मैनुअल, सेफ्टी मैनुअल, एसओपी आदि तैयार करना होता है। उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में बोकारो वासी यहाँ से हवाई यात्रा का लाभ उठा सकेंगे।
Hope so the remaining work will complete shortly.
Look forward to Bokaro’s air connectivity
Should not be given, in my opinion. All of first bsl has to improve their ex employees living conditions in sec 1B people are crying for waters and electricity for last two months.
How to apply for airport requirements for bokaro airport. For any post
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