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सदर अस्पताल: बाथरूम में दवाओं को रखकर सड़ा देने के मामले में डीसी के आदेश के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई


Bokaro: पिछले महीने जनवरी में बोकारो सदर अस्पताल के बाथरूम में जेनरिक दवाएं को बंद कर सड़ाने की खबर चर्चा में थी। उक्त मामले में डीसी कुलदीप चौधरी ने तुरंत संज्ञान भी लिया था और जिला परिवहन पदाधिकारी को जाँच कर रिपोर्ट सौपने का आदेश दिया था। जिसके बाद डीटीओ ने खुद जाकर सदर अस्पताल में जाँच किया था और रिपोर्ट सौंपी थी। घटना के तीन दिनों बाद आई जाँच रिपोर्ट में यह स्पष्ट बताया गया था कि फार्मासिस्ट एवं तत्कालीन उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, बोकारो के लापरवाही के कारण दवाऐं Expired हुई थी।

रिपोर्ट के आधार पर डीसी कुलदीप चौधरी ने तुरंत एक्शन लिया। उन्होंने आदेश निकालते हुए सिविल सर्जन को निर्देशित किया था कि उक्त मामले की गंभीरता से जाँच करते हुए दोषियों को चिन्हित करें और नियमानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। पर करीब डेढ़ महीने पहले 7 जनवरी को निकले डीसी के आदेश के बावजूद उक्त मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। पूर्व सिविल सर्जन जितेंद्र सिंह ने उक्त मामले में कुछ नहीं किया। मामला ठन्डे बस्ते में चला गया। नए सिविल सर्जन ए बी प्रसाद से पूछने पर उन्होंने इस मामले में अनिभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा की डीसी साहब से मामले में बात कर आदेशानुसार करवाई करेंगे। आदेश की कॉपी निकलवा कर स्टेटस का पता करते है।

बता दें, डीटीओ ने अपने जाँच रिपोर्ट में यह साफ़ लिखा था कि – सदर अस्पताल में अवस्थित जन औषधि दवा वितरण केन्द्र एवं Expired दवा के Store Room का सिविल सर्जन, बोकारो एवं उपाधीक्षक, सदर अस्पताल बोकारो की उपस्थिति में निरीक्षण किया गया था। जाँच के क्रम में यह बातें सामने आई थी:

– सदर अस्पताल , बोकारो में प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र 18.05.2017 को शुरू किया गया। मौखिक आदेशानुसार इसका संचालन हेतु नवीन कुमार एवं महेन्द्र कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया। पूछताछ के क्रम में नवीन कुमार द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा Expired हो रही दवा के संबंध में पत्रांक 471 दिनांक 06.07.2018 द्वारा उपाधीक्षक सदर अस्पताल को सूचित किया गया था। इसके आलोक में उपाधीक्षक सदर अस्पताल बोकारो द्वारा सिविल सर्जन से भी अनुरोध किया गया था कि चिकित्सकों को OPD में Generic दवा लिखने का निर्देश दें।

– जाँच के क्रम में उपाधीक्षक, सदर अस्पताल द्वारा Expired दवा की सूची उपलब्ध कराई गई थी। उसमें 39 दवा का नाम है। जो 2018 से 2020 के बीच अलग-अलग तिथियों पर Expired हुई है। जिसका मूल्य 6,123 रूपये है । ये दवाएँ Bearue of Pharma PSU’s of India ( BPPI ) , झारखंड से अलग – अलग तिथियों पर खरीदी गई थी।

– डीटीओ द्वारा सदर अस्पताल, बोकारो स्थित Expired दवा के Store Room का निरीक्षण में पाया गया था कि वहाँ कई प्रकार की दवाइयाँ रखी हुई थी। जो कि वर्ष 2019 एवं उसके पूर्व ही Expired हो चुकी है। पूछताछ के क्रम में अस्पताल के कर्मी मंतोष कुमार के द्वारा बताया गया कि इसमें से कुछ दवाएँ क्रय की गई थी। जिस पर मूल्य अंकित है एवं कुछ दवाएँ विभाग द्वारा आपूर्ति की गई है। जिस पर NOT FOR SALE अंकित था और मूल्य अंकित नहीं था। जिसका मूल्य ( NOT FOR SALE को छोड़कर ) 64,664 रुपये था।

– डीटीओ ने रिपोर्ट में लिखा था कि जाँच प्रतिवेदन एवं पूछताछ से स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र को मार्च 2020 में बिना किसी सूचना के बंद कर उसमें COVID – 19 का TrueNet Lab स्थापित किया गया था। जिसके कारण जन औषधि केन्द्र से वितरण होने वाले दवा वितरित नहीं हो पाई। परन्तु STOCK के अवलोकन से स्पष्ट होता है कि इसमें से अधिकतर दवाई मार्च 2020 से पूर्व वितरण एवं पर्यवेक्षण की पूरी जवाबदेही तत्कालीन ही Expired हो गई थी। चूँकि इन दवाओं के ससमय उपाधीक्षक सदर अस्पताल बोकारो की थीं परन्तु उनके द्वारा समय – समय पर इसका पर्यवेक्षण नहीं करने के कारण ये दवाएँ Store में रखी रखी Expired हो गयी।


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