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बीएसएल, विस्थापित और पॉलिटिक्स: कब कौन किस पर भारी पड़ जाये कहना मुश्किल, पढ़िए रिपोर्ट+Video


Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के विस्थापितों की समस्याएं ख़त्म नहीं हो रही है। आवाज़ उठ रही है पर अंजाम तक पहुंचने से पहले दिशाहीन हो जा रही है। अब शनिवार को राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर अपने बोकारो दौरे में यह कह बैठे कि -बीएसएल के 19 विस्थापित गांव में गैरकानूनी ढंग से रह रहे है लोग। इस बात से विस्थपितों में काफी रोष है। (Video नीचे है)

झामुमो के मंत्री महोदय का यह स्टेटमेंट उस वक़्त आया जब कुण्डौरी में पाइपलाइन परियोजना का काम विस्थापितों ने बाधित किया हुआ है। वह नौकरी और मुआवजे की मांग कर रहे है। बीएसएसल प्रबंधन भी उन्हें समझाने की जीतोड़ कोशिश कर रहा है। बताया जा रहा है कि डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश खुद विस्थापित और उनके गावों की समस्याओ को स्टडी कर कुछ बड़ा और बढ़िया करने की सोच पर काम कर रहे है।

स्तिथि यह है कि विस्थापितों के हित में काम करना अब सेल-बीएसएल के लिए कई मायनो में जरुरी हो गया है। कारण: एक तो स्टील प्रोडक्शन बढ़ाना है। दुसरो यहां के सांसद, विधायक, भाजपा, झामुमो, आजसू और लेफ्ट पार्टी के नेतागण सब अपने-अपने तरीकों से विस्थपितों के हित के लिए आवाज़ उठाने और आंदोलन के रास्ते चलने लगे है। क्रिकेट स्टेडियम से लेकर विस्तारीकरण सब में विस्थापितों की दुआओं की जरुरत है। (Video नीचे है)

पिछले 13 दिसंबर को भाजपा के धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने लोकसभा में विस्थापितों के मुद्दे को बड़े ही तगड़े तरीके से उठाया था। साथ ही विधानसभा में बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने भी तीन बार विस्थापितों की समस्याओं को रख चुकें है। विस्थापित संगठनों को एकीकृत करते हुए बोकारो विस्थापित मंच भी बना। मंच के सरंक्षक एवं आजसू के पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने कहा था कि बीएसएल के स्थापना काल में विस्थापितों को जो सपने दिखाये गये थे। उसे प्रबंधन साकार करे।

यही नहीं झारखंड विधानसभा की पांच-सदस्यीय प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति ने 22 जुलाई 2021 को बीएसएल के विस्थापित गांवों का दौरा किया था। समिति के अध्यक्ष रामदास सोरेन ने भी माना था कि विस्थापित अपने हक़ और अधिकार से वंचित है। उनकी खाली जमीन उनको वापस कर देनी चाहिए। बोकारो के झामुमो अध्यक्ष हीरालाल मांझी ने भी विस्थापितों के हक़ में लड़ाई लड़ने की बात कही थी। विस्थापितों के पुराने नेता गुलाब चंद्र पहले से ही मोर्चा खोले हुए है। कई नई पीढ़ी के विस्थापित युवा नेता उभर रहे है।

इस सब बातों को ध्यान में रखते हुए बीएसएल प्रबंधन विस्थापितों के हित में सोचने पर मजबूर हो रहा था की झामुमो सरकार के पेयजल मंत्री ने विस्थापितों को अलग ही तरीके से परिभाषित कर दिया। आइये इन Video के माध्यम से देखें कि –धनबाद सांसद पी एन सिंह (BJP), पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर (JMM), विधानसभा ध्यानाकर्षण समिति के अध्यक्ष रामदास सोरेन (JMM), बोकारो विधायक बिरंचि नारायण (BJP) और झामुमो के जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी ने – विस्थापितों को लेकर क्या-क्या कहा था :

13 December 2021: सांसद धनबाद, पशुपतिनाथ सिंह- Video

19 Febuaray 2022: पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री, मिथिलेश ठाकुर- Video 

23 March 2021: बोकारो विधायक, बिरंची नारायण- Video

22 July 2021: झारखंड विधानसभा की पांच-सदस्यीय प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति, अध्यक्ष, रामदास सोरेन- Video

26 July 2021: झामुमो अध्यक्ष हीरालाल मांझी- Video

16 Febuary 2022: BSL अधिकारियो के सामने विस्थापितों ने रख दी असलियत- Video

 

 


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