Bokaro: सोमवार को राजन प्रसाद ने बीएसएल के अधिशासी निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) का पदभार ग्रहण कर लिया. इससे पहले प्रसाद सेल के ग्रोथ डिविजन (कुल्टी) में अधिशासी निदेशक के तौर पर पदस्थापित थे. बताया का रहा है कि प्रसाद के नेतृत्व में बीएसएल के कार्मिक एवं प्रशासन प्रभाग को नई दिशा मिलेगी. बोकारो के लोगो को प्रसाद से काफी उम्मीदें है, क्युकी वह खुद बोकारो के है और यहां के समस्याओ को बेहतर समझते।
ईडी साहब के कार्यकाल में अतिक्रमण घटेगा या बढ़ेगा ?
नगर के रोड, सड़क, बिजली, बिल्डिंग आदि के विकास के साथ-साथ शहर में बढ़ते अतिक्रमण के रोकथाम और विस्थापित जैसे मुद्दे मुँह बायें खड़े है। पुरे टाउनशिप में अतिक्रमण की स्थिति काफी विषम है। पिछले दिनों कांग्रेस द्वारा बी टाइप क्वार्टर पर अवैध कब्ज़ा बीएसएल प्रबंधन को झंझोर कर रख दिया था। आने वाले समय में यानि ईडी साहब के कार्यकाल में यह अतिक्रमण बढ़ेगा या घटेगा यह तो वक़्त ही बताएगा। फिलहाल आज के दिन तक टाउनशिप में मकानों और जमीनों में अतिक्रमण के ताजे आकड़े यह है:
अवैध कब्ज़े वाले क्वार्टर का आकड़ा
बोकारो शहर में 1382 क्वार्टरों पर अवैध कब्ज़ा है। जिसमें 289 के विरुद्ध एविक्शन आर्डर पास है। अवैध कब्ज़ा हुए यह क्वार्टर हर टाइप के है। करीब एक दर्ज़न बी टाइप क्वार्टर है, तो करीब 32 सी टाइप क्वार्टर सहित अन्य क्वार्टर है। सबसे अधिक सीडी टाइप और ईएफ टाइप क्वार्टर पर कब्ज़ा है। हरेक सेक्टर में बीएसएल क्वार्टरों में कब्ज़ा है। यह तो वह आकड़े है जो रिकॉर्ड में है, इसके अलावा कितने है उसका पता नहीं।
अतिक्रमित जमीन का आकड़ा
कंपनी के जमीन पर अतिक्रमण की बात करे तो बीएसएल के एस्टेट कोर्ट द्वारा टाउनशिप के विभिन्न सेक्टरों में कुल 258 झुग्गी-झोपड़ीयो (करीब 4500 acre) के खिलाफ एविक्शन आर्डर पास है। जिसमें सिटी सेंटर में सड़क किनारे दुकानों को हटाने का नोटिस दिया जा चूका है। नोटिस देने के बाद से अतिक्रमित दुकानों की संख्या घटने के बजाये बढ़ी है। बोकारो एयरपोर्ट के इर्दगिर्द भी अतिक्रमण हटाना है। क्रिकेट स्टेडियम से जुड़े विवाद को सलटाना है।
इन सबके के अलावा शहर के 2 प्लाट में भी अवैध कब्ज़ा है, जिसके खिलाफ एविक्शन आर्डर पास है। मकानों और जमीनों को अवैध कब्ज़े से खाली कराने के लिए बीएसएल को प्रसाशन के साथ बेहतर सामंजस्य स्थापित करना होता है। जिसके बाद पुलिस बल और मजिस्ट्रेट डिप्लॉयमेंट एविक्शन ड्राइव चलाने के लिए होता है। ईडी साहब के कार्यकाल में क्या बीएसएल प्रसाशन से बेहतर सामंजस्य स्थापित कर पाएगा या नहीं यह भी वक़्त ही बताएगा
1989 से ईडी साहब है बोकारो में
ईडी साहब का नाता बोकारो से करीब 33 साल पुराना है। जो चीजे आम लोगो को दुखी कर रही है उनसे यह बेहतर तरीके से वाकिफ है। बता दें, बीआईटी, सिंदरी से बीएससी (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) की पढ़ाई पूरी करने के बाद श्री प्रसाद ने 10 जून 1989 को बीएसएल में प्रबंध प्रशिक्षु (तकनीकी) के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत की. प्रसाद ने अपने कैरियर के आरंभिक तीस वर्ष सीआरएम में बिताए जहाँ उनके कुशल नेतृत्व में उत्पादन, उत्पादकता व अनुरक्षण से संबन्धित कई अहम पहल किए गए. जनवरी 2019 में उन्हें बीएसएल के सीजीएम (इलेक्ट्रिकल) की ज़िम्मेदारी दी गई, तदुपरान्त अप्रैल 2019 में श्री प्रसाद का स्थानांतरण सीजीएम (सीआरएम-3) के तौर पर हुआ और गत वर्ष पदोन्नति के साथ ही उनकी पदस्थापना ग्रोथ डिविजन,कुल्टी में अधिशासी निदेशक के तौर पर की गई थी.