Bokaro: बोकारो पुलिस ने मंगलवार को रक्षक एप्लीकेशन के माध्यम से ई-बीट पुलिसिंग और पेट्रोलिंग की शुरुवात की है। पुलिस मुख्यालय द्वारा रक्षक एप डेवलप किया गया है। मंगलवार को एसपी चंदन झा ने इस व्यवस्था को बोकारो में लागू कर दिया है। बोकारो जिले में 10 थाना के 28 स्थानों पर इस व्यवस्था को लागू किया गया है।
ये क्यु०आर० कोड (QR Code) वर्त्तमान में प्रमुख सड़क दुर्घटना ब्लैक स्पॉट पर लगाया जा रहा है, ताकि उक्त स्थानो पर की जा रही पेट्रोलिंग दलो पर नियमित रूप से निगरानी रखी जा सकें। निकट भविष्य में मुख्य व्यापारिक प्रतिष्ठानो, आभूषण भण्डारो, बैंको, स्कूलो और शैक्षणिक संस्थानो को पुलिस गश्ती तेज करने के लिए जिले भर में ऐसे क्यु०आर० कोड की संख्या बढ़ाई जायेगी।
एसपी ने बताया कि ने बताया एप के माध्यम से पुलिस पेट्रोलिंग पर नजर रखी जाएगी। सभी बीट पुलिस अधिकारियों के बीच क्यूआर कोड का वितरण किया गया है। अब पुलिस अधिकारी इलाके में चौकस हैं या नहीं इसका मॉनिटर किया जा सकेगा।
क्यूआर कोड के माध्यम से गली मोहल्ले एवं संवेदनशील जगहों पर पुलिस पेट्रोलिंग की जानकारी कंट्रोल रूम तक पहुंचेगी। एसपी ने बताया कि ई-बीट पुलिसिंग के तहत जिले के हर सेंसेटिव जगह में क्यूआर कोड लगाया जाएगा। जहां क्यूआर कोड लगा होगा वहां पेट्रोलिंग करना अनिवार्य होगा।
क्यूआर कोड वाले जगह पर जब पुलिस की टीम पेट्रोलिंग के लिए पहुंचने पर अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करेगा। स्कैन करने पर पुलिस कंट्रोल रुम को स्वत: जानकारी मिल जाएगी कि उक्त स्थान पर पेट्रोलिंग जारी है।
जल्द ही बोकारो जिले के थाना , ओ०पी० प्रभारियो को क्यु०आर० कोड की स्कैनिंग के साथ-साथ वरीय अधिकारियो द्वारा कड़ी निगरानी के साथ डेटा को बनाये रखना होगा ताकि गश्त करने वाली टीमे अपनी डियूटी से बच न सकें।
पिछली व्यवस्था पारम्परिक तौर पर बीट डायरी के माध्यम से अपनी गतिविधियों को मैनुअल रूप से रिकार्ड करना पड़ता था । पुरानी व्यवस्था में हेर-फेर की गुंजाईश थी क्योंकि निगरानी मैनुअल आधार पर थी। नई व्यवस्था के तहत समय, दूरी तथा फोटो के माध्यम से सटीक निगरानी हो पायेंगी।
नई व्यवस्था से बीट पुलिस को अपने मोबाईल फोन से रूट पर लगे क्यु०आर० कोड को स्कैन करना होगा। ऐप आधारित क्यु०आर० कोड तथा कैमरे का उपयोग करता है। कन्ट्रोल रूप तथा वरीय अधिकारी से भी सिस्टम की रियल टाईम आधार पर मोनिटरिंग की जा सकेगी।
जैसे ही बीट पुलिस कर्मी QR Code स्कैन करेगें, प्रभारी अधिकारी को न सिर्फ पुष्टि मिलेगी, ऐप में दर्ज दूरी का भविष्य की पुलिसिंग और योजना के लिए संग्रहित और विश्लेषण किया जा सकता है।