Bokaro: समाहरणालय स्थित सभागार में शुक्रवार को डिस्ट्रिक्ट टीबी फोरम (डीटीएफ) की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त (डीडीसी) कीर्तीश्री जी. ने किया। मौके पर सिविल सर्जन डा. ए बी प्रसाद, आरसीएच पदाधिकारी डा. एन पी सिंह, जिला टीवी पदाधिकारी डा. एस एम जफरूल्ला, डा. उत्तम कुमार, डा. बी पी गुप्ता आदि उपस्थित थे।
बैठक में टीबी मरीजों को चिन्हित करने, उनका उपचार करने एवं टीबी रोग से बचाव को लेकर वर्ष 23 – 24 एवं 25 की रणनीति पर क्रमवार चर्चा की गई। समीक्षा क्रम में डीडीसी ने पाया कि जिले के एसडीएच/सीएचसी में कई जगह एक्स – रे मशीन कार्यरत नहीं है। इस पर डीडीसी ने संबंधित चिकित्सा पदाधिकारियों को सात दिनों में खराब पड़े एक्स रे मशीन को दुरूस्त कराने का निर्देश दिया। इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
जिला टीवी पदाधिकारी डा. एस एम जफरूल्ला ने टीवी मुक्त जिला बनाने को लेकर विभाग द्वारा तैयार रणनीति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि टीबी मरीजों को चिन्हित करते हुए, उनका संपूर्ण इलाज निःशुल्क करना है।
उन्होंने बैठक में उपस्थित ड्रग्स इंसपेक्टर एवं टीवी चैम्पियंस को इस बाबत जानकारी दी। कहा कि निजी क्षेत्र में भी अगर कोई टीवी मरीज एक्स – रे करवाता है, तो संबंधित संचालक उनसे कोई राशि की मांग नहीं करेगा। विपत्र विभाग को समर्पित करने के बाद उन्हें राशि का भुगतान किया जाएगा।
डीटीओ ने निजी क्लिनिक संचालित चिकित्सकों को भी टीबी मरीज की जानकारी विभाग के साथ साझा करने के कहा। ताकि उनका सतत निगरानी किया जा सके। उन्होंने टीवी चैंपियंस को टीबी मरीजों के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करने को कहा। आम जनों में बिमारी के प्रति जागरूकता लाने के लिए जिला/प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर कमेटी गठित कर उसका मासिक बैठक कराने को कहा।
इस पर डीडीसी श्रीमती कीर्तीश्री जी. ने कहा इस कार्य को गंभीरता से लें। आमजनों की जागरूकता के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को समिति में स्थान दें। पंचायत स्तरीय समिति के अध्यक्ष पंचायत की मुखिया को बनाएं। पंचायत स्तर पर होने वाली बैठकों में इस समिति की बैठक का भी समयोजन करें। ताकि प्रति माह समिति की बैठक हो सके। उन्होंने टीवी मुक्त पंचायत बनाने को लेकर जरूरी दिशा – निर्देश दिया। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा कर सिविल सर्जन एवं चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देशित किया।
मौके पर उपस्थित बोकारो जनरल हास्पिटल के प्रतिनिधि डा. आर के गौतम, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधि डा. निरंजन कुमार व अन्य चिकित्सकों आदि को टीबी मरीजों को स्वयं गोद लेने एवं दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने की कहीं बात।