Bokaro: शहर में फोरलेन पर तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने के लिये बोकारो ट्रैफिक पुलिस की ओर से स्पीड गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्पीड गन के सहयोग से करीब आधे किमी दूर से ही बहनों की रफ्तार चिह्नित की जा रही है।
बताया जा रहा है कि 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा चलने वाले वाहनों का स्पीड गन से ऑटोमेटिक फोटो लिया जा रहा है। ऑनलाइन जुर्माना किया जा रहा है। सार्जेंट दीपक कुमार के नेतृत्व में जैप-4 के पास फोरलेन पर वाहन जांच अभियान चलाया गया।
सार्जेंट ने कहा कि फोरलेन पर तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाएं होती है। वाहनों की रफ्तार कम करने के लिये स्पीड गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। मौके पर सार्जेंट देवनीश बेक, आरक्षी सुमन खाखा सहित अन्य मौजूद थे।
स्पीड रडार गन से दुर्घटनाओं पर अंकुश-
हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने कई तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आई है। ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं ओवर स्पीड वाहन चलाने की वजह से होती हैं। इस पर अंकुश लगाने पुलिस ने ब्लूटूथ तथा वाई-फाई से लैस स्पीड रडार गन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
ऐसे करती है काम
ब्लूटूथ तथा वाई-फाई से लैस स्पीड रडार गन को पुलिस के जवान कहीं भी ले जा सकते है। स्पीड से आने वाले वाहनों का इस गन के माध्यम से वीडियो और फोटो बनाया जाता है। जिसमें वाहनों की गति सीमा आ जाती है। पुलिस के जवान वाई-फाई के माध्यम से वीडियो, फोटो बना लेते है। उसके बाद वाहन नंबर के आधार पर उसके मालिक का पता लगाकर चालान भेजा दिया जाता है।