Bokaro: बीएसएल टाउनशिप के विभिन्न सेक्टरों में कई आवासीय बिल्डिंग ऐसे हैं जिनमें क्रिटिकल रिपेयर की आवश्यकता है. पूर्व में किए गए सर्वे के मुताबिक इनमें से अधिकतर सेक्टर 12, सेक्टर 8 एवं 9 के कुछ हिस्से, सेक्टर 11 और कुछ सेक्टर 6 में है.
करीब 100 ब्लॉक सिर्फ सेक्टर 12 में चिन्हित है जिनको रिपेयर की आवयश्कता है।
सर्वे से यह स्पष्ट हुआ कि अधिकतर ऐसे बिल्डिंग में क्रिटिकल स्ट्रक्चरल रिपेयर की आवश्यकता है जिसके लिए एक विशेषज्ञ एजेंसी की ज़रूरत पड़ेगी. इस पृष्ठभूमि में बीएसएल ने विगत एक वर्ष के दौरान ऐसे कई एजेंसियों से संपर्क किया और अंततः एक अहम निष्कर्ष पर पहुंची है.
एनबीसीसी के साथ एमओयू का निर्णय :
इस समस्या के स्थायी निराकरण के लिए इस सप्ताह बीएसएल (BSL) और एनबीसीसी (NBCC) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किया जाएगा. एनबीसीसी भारत सरकार का एक प्रतिष्ठान है और सिविल कंस्ट्रक्शन व रिपेयर के क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित संस्थाओं में से एक है.
इस एमओयू के पश्चात् ऐसे बिल्डिंगों का व्यापक रिपेयर तथा सिविल अनुरक्षण से जुड़े अन्य कार्य विशेषज्ञ एजेंसी एनबीसीसी के द्वारा किया जाएगा. सिविल अनुरक्षण की समस्याओं के निराकरण के लिए गए इस अहम् निर्णय का लाभ लोगों को जल्द मिलने लगेगा.
अन्य चुनौतियाँ
एनबीसीसी द्वारा कार्य आरम्भ करने से पूर्व कई ऐसे बिल्डिंगों में से आवासधारियों को दूसरे आवासों में शिफ्ट करने की आवश्यकता होगी. इसके लिए एक कमिटी गठित की जा चुकी है.
दूसरी ओर, एनबीसीसी के विशेषज्ञ जिन बिल्डिंगों को रहने के अयोग्य घोषित करेंगे, ऐसे जर्जर बिल्डिंगों को खाली करा कर प्रोटोकॉल के अनुसार धवस्त भी किया जाएगा.
टाउनशिप में चल रहे अन्य कार्य :
पिछले एक साल में 75 किलोमीटर स्ट्रीट रोड और 24 किलोमीटर मेन रोड का रिपेयर.
अगले 6 माह में 23 किलोमीटर स्ट्रीट रोड और 50 किलोमीटर मेन रोड का रिपेयर.
पिछले दो माह में विभिन्न सेक्टरों में 50 ब्लॉक का comprehensive रिपेयर.
सेक्टर 4E, 4G और 4F के 440 ब्लॉक का comprehensive रिपेयर आरम्भ (फिलहाल 40 ब्लॉक में काम चल रहा है )