Bokaro: छाई और राख से प्रदूषित हो रहे कोनार नदी का मामला सामने आने के बाद डीवीसी प्रबंधन द्वारा बोकारो थर्मल पावर स्टेशन का बिजली उत्पादन बंद कर दिया गया। पावर प्लांट को जिस समय बंद किया गया उस समय प्लांट से 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा था।
जिसके बाद, सोमवार को दामोदर घाटी निगम (DVC) के चेयरमैन ने पूर्वी सिंहभूम के विधायक सरयू राय से संपर्क कर उन्हें आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी हरकतें नहीं दोहरायी जायेंगी.
परिचालन के कार्यकारी निदेशक, संजय कुमार घोष, मानव संसाधन के कार्यकारी निदेशक, राकेश रंजन, बीटीपीएस के वरिष्ठ महाप्रबंधक, एसएन प्रसाद और अन्य प्रतिनिधियों सहित दामोदर घाटी निगम की एक टीम ने राय और युगांतर भारती के कार्यकारी अध्यक्ष अंशुल शरण से मुलाकात की। और दामोदर बचाओ आंदोलन के संयोजकों से शिष्टाचार भेंट के तौर पर रांची पहुंच।
सरयू राय ने बताया कि “बैठक के दौरान, घोष ने सीधे दामोदर नदी में राख और कीचड़ के निपटान के संबंध में तकनीकी स्पष्टीकरण प्रदान किया। उन्होंने पुष्टि की कि मुद्दे का पता चलने पर उत्पादन तुरंत रोक दिया गया था और आश्वस्त किया कि ऐसी पर्यावरणीय रूप से हानिकारक प्रथाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी”।
बता दें, बोकारो थर्मल पावर स्टेशन बीते कई दिनों से छाई और राख दामोदर नद में गिरा रहा था। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने इस संदर्भ में झारखंड राज्य प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष, मुख्य सचिव, झारखंड सरकार, अपर मुख्य सचिव, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को शिकायत की थी। जिसके बाद सब हरकत में आ गए और बीटीपीएस प्रबंधन को बिजली उत्पादन बंद करना पड़ा।