Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र ने एक बार फिर एयरपोर्ट बाउंड्री से सटे झोपड़ियों को खाली कराने के लिए नोटिस चिपका दिया है। बीएसएल का दस्ता बुधवार शाम दुन्दिबाग में घूम-घूम कर दीवारों पर नोटिस चिपका लोगों से अपील की, कि वह जल्द ही उस स्थान को छोड़कर चले जाएं नहीं तो उन्हें जबरन हटा दिया जाएगा।
हवाई अड्डा की चहारदीवारी से सटे बस्ती में रह रहे लोगों को बीएसएल ने अनाधिकृत दखलकार बताते हुए यह सूचित किया है, कि वे अतिक्रमित परिसर को शीघ्र खाली कर दें , अन्यथा इन्हें बेदखली प्रक्रिया के तहत जिला प्रशासन एवं सम्पदा न्यायालय द्वारा बल पूर्वक हटा दिया जाएगा और क्षति नहीं पूर्ति की रकम अनाधिकृत दखलकारों से ही वसूली जाएगी।

डेढ़ साल के अंतराल में यह दूसरी बार है जब बीएसएल प्रबंधन ने तीन सौ से अधिक अवैध झोपड़ियों को हटाने की पहल की। इससे पहले अगस्त, 29, 2019 में जिला प्रशासन के साथ बीएलएल प्रबंधन ने अभियान चला उसी स्थान पर झोपड़ियों को हटाया था। लेकिन बीएसएल के लापरवाही के चलते वहां फिर अतिक्रमण हो गया। उक्त बस्ती में रहने वाले लोग शौच करने एयरपोर्ट बाउंड्री वॉल के अंदर जाते हैं और अपने मवेशियों को भी अंदर घास चरने छोड़ देते। जिससे बोकारो एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में दिक्कत आ रही है। मवेशी रनवे में गोबर कर दे रहे हैं। कई सौ लोगों के शौच करने से एयरपोर्ट के निर्माण कार्य का स्थान दूषित हो गया है।
हाल ही में जिला प्रशासन ने बीएसएल प्रबंधन से कहा है कि वह अपनी जमीन से अतिक्रमण हटाए और रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (UDAN) के चरण -2 के तहत बोकारो एयरपोर्ट के विस्तार कार्य को गति प्रदान करें। झारखंड में विकसित होने वाले चार हवाई अड्डों में बोकारो एक है। बोकारो हवाई अड्डा को घरेलू उड़ान के लिए विकसित किया जा रहा है।
एएआई के सूत्रों के अनुसार, “बोकारो हवाई अड्डे का विस्तार कार्य 90% पूरा हो चुका है अब सिर्फ सेक्टर 12 साइट का बाउंड्री वॉल बनना, पेड़ की कटाई और लेवलिंग ही शेष रह गई है। अगर सब ठीक रहा तो अप्रैल तक एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा।
