Bokaro: झारखंड के बोकारो में स्थित वेदांता ईएसएल स्टील लिमिटेड (Vedanta ESL Steel Limited) से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। अपने स्टील कारोबार को बेचने की योजना बना रही वेदांता ने अब अपने ईएसएल स्टील प्लांट को बेचने की योजना को फिलहाल रोक दिया है। इस खबर के बाद, स्थानीय लोगों के बीच वेदांता ईएसएल स्टील प्लांट की बिक्री की लंबे समय से चल रही चर्चा अब समाप्त हो जाएगी।
वेदांता ने 2.5 बिलियन डॉलर के स्टील कारोबार की बिक्री रोकी
कहा जा रहा है कि वेदांता ने 2.5 बिलियन डॉलर के स्टील कारोबार की बिक्री को रोक दिया है। अनिल अग्रवाल द्वारा नियंत्रित मुंबई मुख्यालय वाली वेदांता, सलाहकारों के साथ कारोबार की बिक्री पर काम कर रही थी, जिसमें लौह अयस्क की खदानें शामिल हैं, ताकि समूह के कर्ज के बोझ को कम करने में मदद के लिए लगभग 2.5 बिलियन डॉलर जुटाए जा सकें। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
ऋण भार में कमी के कारण स्टील व्यवसाय की बिक्री पर पुनर्विचार
ब्लूमबर्ग ने मामले से परिचित लोगों के हवाले से बताया कि, अपने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) इश्यू के सफल समापन के बाद, यह सामने आया है कि अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) के नेतृत्व वाली वेदांता अपने स्टील व्यवसाय की बिक्री को रोक रही है। कंपनी ने प्रस्तावित योजना को रोक दिया है, क्योंकि हाल ही में 1 बिलियन डॉलर के शेयर की बिक्री ने उस पर ऋण भार के दबाव को कुछ कम कर दिया है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
2018 में स्टील व्यवसाय में प्रवेश और 90% हिस्सेदारी की खरीद
अग्रवाल के नेतृत्व वाली वेदांता ने उद्योग में सबसे बड़े क्यूआईपी में से एक के माध्यम से 8500 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाबी हासिल की है। वेदांता ने लगभग छह साल पहले 2018 में स्टील व्यवसाय में प्रवेश किया था। कंपनी ने ईएसएल स्टील लिमिटेड में 90 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। वेदांता का झारखंड के बोकारो अंतर्गत चंदनक्यारी प्रखंड में 1.5 MTPA का स्टील प्लांट संचालित है, जिसमें पिग आयरन, बिलेट्स, टीएमटी बार, वायर रॉड और डक्टाइल आयरन पाइप जैसे उत्पाद का प्रोडक्शन होता हैं।
वेदांता ने 2023 में समूह को विभाजित करने की योजना को मंजूरी दी
पिछले साल 2023 में वेदांता के बोर्ड ने समूह को छह अलग-अलग कंपनियों में विभाजित करने की योजना को मंजूरी दी थी, जिसके बाद बिक्री पर विचार किया गया था। उस समय वेदांता ने कहा था कि मार्च 2025 तक इस वित्तीय वर्ष में विभाजन पूरा हो जाना चाहिए। 31 जुलाई को, कंपनी ने घोषणा की थी कि 75% सुरक्षित लेनदारों ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
शेयर प्लेसमेंट के माध्यम से ऋण दबाव में कमी
पिछले महीने शेयर प्लेसमेंट के माध्यम से वेदांता के अरबों डॉलर के फंड जुटाने से ऋण दबाव में कुछ कमी आई है और बिक्री की आवश्यकता कम हुई है। वेदांता कंपनी बाद में बिक्री पर फिर से विचार कर सकती है, लेकिन स्टील व्यवसाय के जुड़े किसी भी विशिष्ट पर्यावरणीय या विनियामक चिंताओं का खुलासा नहीं किया। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
वेदांता के उत्पादन क्षमता में वृद्धि
बताया जा रहा है कि उसके स्टील व्यवसाय के लिए, बिक्री योग्य उत्पादन एक साल पहले की तुलना में 10% बढ़कर 356 किलोटन हो गया, जो बेहतर दक्षता का परिणाम है। कुल मिलाकर शुद्ध लाभ आसानी से अनुमानों से अधिक रहा।
इतना ही नहीं, वेदांता ईएसएल स्टील अब अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए आधुनिकीकरण और विस्तार योजना पर पूरी ताकत से काम करना शुरू करनेवाली है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x