Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) ने एक ऐतिहासिक पहल के तहत ग्रीनको रेटिंग सिस्टम को लागू करने का कदम उठाया है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के अंतर्गत यह पहला प्लांट है जो इस प्रणाली को अपनाने जा रहा है। यह पहल SAIL की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कंपनी के सभी कार्यों में सतत विकास को बढ़ावा देना है। इस कदम के परिणामों के आधार पर SAIL के अन्य यूनिट्स में इस प्रणाली को लागू करने पर विचार किया जाएगा। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
देश के नेट-जीरो लक्ष्य के साथ कदमताल
BSL के पर्यावरण और सतत विकास महाप्रबंधक नवीन प्रकाश श्रीवास्तव ने इस पहल की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “भारत के 2070 तक नेट-जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने में यह प्रणाली अहम भूमिका निभाएगी।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लासगो में आयोजित COP26 में इस लक्ष्य की घोषणा की थी। श्रीवास्तव ने बताया कि स्टील उद्योग तेजी से सरकार के डिकार्बनाइजेशन फ्रेमवर्क के अनुरूप कार्य कर रहा है।
उन्होंने आगे बताया, “हाल ही में इस्पात मंत्रालय ने ग्रीन स्टील के लिए एक नई टैक्सोनॉमी जारी की है, जिसमें CO2 उत्सर्जन पर आधारित स्टार रेटिंग प्रणाली शामिल है। आने वाले समय में सरकारी स्टील खरीद में 37% हिस्सा ग्रीन स्टील का हो सकता है, जिससे सतत विकास के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।”
BSL ने अपने डिकार्बनाइजेशन रोडमैप पर काम शुरू कर दिया है, जिसमें 2026-27 तक प्रति टन क्रूड स्टील पर 2.2 tCO2 उत्सर्जन का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) की मदद ली जा रही है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
ग्रीनको रेटिंग सिस्टम: एक व्यापक दृष्टिकोण
ग्रीनको रेटिंग सिस्टम को विकसित करने वाले CII के सलाहकार सी. शिवानंद ने इस प्रणाली की खूबियों पर चर्चा की। यह प्रणाली कंपनियों को अपने पर्यावरणीय प्रदर्शन को व्यापक रूप से सुधारने में मदद करती है। ग्रीनको रेटिंग दस प्रमुख क्षेत्रों में प्रदर्शन का मूल्यांकन करती है, जिनमें ऊर्जा दक्षता, नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग, जल संरक्षण, ग्रीनहाउस गैसों में कमी, कचरा प्रबंधन, रीसाइक्लिंग, हरित बुनियादी ढांचा और पर्यावरणीय नवाचार शामिल हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
कंपनियों को आर्थिक लाभ
वर्तमान में 1,000 से अधिक औद्योगिक इकाइयां ग्रीनको रेटिंग सिस्टम को अपनाने के लिए काम कर रही हैं। इनमें से शुरुआती 350 कंपनियों ने इस प्रणाली को अपनाने के बाद सालाना 3,500 करोड़ रुपये की बचत दर्ज की है। ग्रीनको रेटिंग प्रणाली न केवल पर्यावरणीय प्रदर्शन में सुधार करती है, बल्कि यह कंपनियों को आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाती है।
BSL के प्रयासों को राष्ट्रीय और वैश्विक समर्थन
BSL के प्रयास न केवल SAIL के अन्य यूनिट्स के लिए एक प्रेरणा हैं, बल्कि यह पहल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहनीय है। ग्रीनको रेटिंग प्रणाली के माध्यम से BSL न केवल अपनी उत्पादन प्रक्रिया को पर्यावरण अनुकूल बना रहा है, बल्कि सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
भविष्य की दिशा
BSL की यह पहल भारत में हरित स्टील उत्पादन और पर्यावरणीय स्थिरता को एक नई दिशा देगी। SAIL के अन्य यूनिट्स के लिए यह एक मॉडल के रूप में कार्य करेगा, जो सतत विकास और पर्यावरणीय सुधार को प्राथमिकता देने की प्रेरणा देगा। यह कदम न केवल कंपनी की प्रतिष्ठा बढ़ाएगा, बल्कि भारत को ग्रीन स्टील उत्पादन में वैश्विक मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करेगा। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x