Bokaro: कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, झारखंड सरकार के अंतर्गत मत्स्य निदेशालय रांची द्वारा जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला मत्स्य कार्यालय परिसर में किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन मत्स्य किसान प्रशिक्षण केंद्र बोकारो द्वारा किया गया था। कार्यशाला का उद्घाटन डीपीएलआर की निदेशक श्रीमती मेनका ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य झारखंड राज्य एवं जिले के मत्स्य किसानों को मत्स्य पालन से जोड़ना और उन्हें Spawn उपलब्ध कराना था, ताकि अधिक से अधिक लोग मछली पालन कर अपने जीवन यापन को सुधार सकें।
ग्रामीण क्षेत्रों में मत्स्य पालन से आर्थिक सुधार
इस अवसर पर उपनिदेशक मत्स्य विभाग रांची श्री संजय कुमार गुप्ता, जिला मत्स्य अधिकारी श्रीमती पी भार्गवी, जिला पशुपालन अधिकारी डॉ. मनोज मनी, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी श्रीमती अंजली रॉय, डीडीएम नाबार्ड श्री फिलमोन बिलुंग, एलडीएम, जिला मत्स्य प्रसार अधिकारी श्रीमती राजीनी गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। श्री संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि सरकार द्वारा मत्स्य पालन के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, जिनसे ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिति में सुधार किया जा सकता है।
मत्स्य पालन के लाभ को फैलाना जरूरी
कार्यशाला में श्रीमती मेनका ने किसानों से अपील की कि वे कार्यशाला में दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक सुनें और अपने क्षेत्र में इसका अनुपालन करें। उन्होंने कहा कि मछली पालन में सुधार के लिए अधिक से अधिक जानकारी लें और समस्याओं का समाधान खोजें। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र के अन्य मत्स्य किसानों को भी इस पहल से जोड़ने का आह्वान किया।
मत्स्य पालन से रोजगार और आमदनी में वृद्धि
जिला मत्स्य अधिकारी श्रीमती पी भार्गवी ने कहा कि मत्स्य विभाग द्वारा किसानों को कई लाभ प्रदान किए जा रहे हैं, ताकि जलाशयों का सही उपयोग किया जा सके। उन्होंने किसानों से कहा कि मछली पालन शुरू करने से पहले प्रशिक्षण जरूर प्राप्त करें, ताकि उत्पादन में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। साथ ही, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की सलाह दी।
कार्यशाला में शामिल हुए जिले के सभी मत्स्य किसान
कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंडों से मत्स्य बीज उत्पादक एवं किसान शामिल हुए और कार्यशाला में दी गई जानकारी का लाभ उठाया।