बोकारो के बेरमो में स्थित कावेरी मैरिज हॉल में 19 जून को कोलकाता एसटीएफ, रांची एटीएस और स्थानीय पुलिस की संयुक्त छापेमारी में एक अवैध गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ। जांच में इसका कनेक्शन बिहार के मुंगेर से सामने आया है। फैक्ट्री हाल ही में शुरू हुई थी और बड़े पैमाने पर हथियार निर्माण की योजना थी। मास्टरमाइंड सूरज कुमार साव और सूरज प्रजापति को गिरफ्तार किया गया। पुलिस को अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह के सक्रिय नेटवर्क का भी सुराग मिला है।
संयुक्त छापेमारी में हुआ खुलासा
बेरमो अनुमंडल स्थित कावेरी मैरिज हॉल में संचालित एक अवैध हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़ 19 जून को कोलकाता एसटीएफ, रांची एटीएस और स्थानीय पुलिस की संयुक्त छापेमारी में हुआ। फैक्ट्री हाल ही में शुरू की गई थी और बड़े पैमाने पर अवैध हथियार निर्माण की योजना बनाई गई थी।
गिरफ्तारी से मुंगेर लिंक का हुआ खुलासा
इस मामले में बोकारो पुलिस ने शनिवार को दो मुख्य आरोपियों को गांधीनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। इनमें सूरज कुमार साव (36), जो मैरिज हॉल का मालिक है, और सूरज प्रजापति (31) शामिल हैं। पुलिस के अनुसार सूरज प्रजापति का मुंगेर, बिहार से गहरा आपराधिक संबंध है और वह अवैध शराब के एक पुराने मामले में संलिप्त रहा है।
जेल में रची गई थी साजिश
बोकारो एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि प्रजापति ने मुंगेर जेल में रहते हुए हथियार तस्करों से संपर्क साधा था। रिहा होने के बाद, उसने सूरज साव के साथ मिलकर अवैध हथियार और शराब निर्माण का यह नेटवर्क खड़ा किया। उसने मुंगेर से कुशल श्रमिकों की व्यवस्था की और कच्चे माल की आपूर्ति भी वहीं से सुनिश्चित की।
पहले भी दो श्रमिक गिरफ्तार
पहली छापेमारी के दौरान दो श्रमिकों—मुंगेर निवासी प्रवीण कुमार और खगड़िया के केशव कुमार—को मौके से गिरफ्तार किया गया था। इनके बयान के आधार पर आगे की जांच करते हुए मास्टरमाइंड तक पुलिस पहुंची।
राज्यव्यापी नेटवर्क पर पुलिस की निगरानी
एसपी सिंह ने बताया कि यह नेटवर्क अंतरराज्यीय स्तर पर फैला हुआ है। पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। जरीडीह ऊपर बाजार स्थित मैरिज हॉल में चल रही फैक्ट्री से पुलिस ने देसी हथियार, बीयर के डिब्बे, नकली शराब के ढक्कन और स्टिकर बरामद किए हैं।