Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

Bokaro Steel में 25000 Cr का नया स्टील प्लांट: जनसुनवाई में फूटा लोगों का ग़ुस्सा


Bokaro: झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JSPCB) द्वारा बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के विस्तार और आधुनिकीकरण को लेकर आयोजित जनसुनवाई भारी हंगामे की भेंट चढ़ गई। मंगलवार को बोकारो क्लब में आयोजित इस जनसुनवाई में पहुंचे लोगों ने बीएसएल प्रबंधन के खिलाफ खुलकर नाराजगी जाहिर की और उसके कार्यप्रणाली पर तीखा सवाल उठाया। कई लोगों ने प्रदूषण बोर्ड पर ही बीएसएल क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

बोकारो क्लब में सुनवाई पर भी उठे सवाल

जनसुनवाई के आयोजन स्थल को लेकर भी तीखा विरोध देखने को मिला। विस्थापित अपरेंटिस संघ के सुनील कुमार ने आरोप लगाया कि बोकारो क्लब बीएसएल के प्रभाव में है और यह आम जनता के लिए उपयुक्त स्थल नहीं है। उन्होंने कहा कि क्लब का पूरा संचालन बीएसएल अधिकारियों के हाथ में है, जिससे निष्पक्ष सुनवाई की उम्मीद नहीं की जा सकती। विस्थापित अपरेंटिस संघ के सुनील कुमार ने कहा कि “बोकारो क्लब आम जनता के लिए नहीं है। इसलिए ये जनसुनवाई रद्द करते हुए किसी सार्वजनिक स्थल पर करवाई जाये।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

प्रदूषण, बीमारी और अव्यवस्था बने चर्चा के मुद्दे
पूरे कार्यक्रम के दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी की और अनेक मुद्दों पर अपनी बात रखी। गरगा और दामोदर नदी में फ्लाई ऐश से हो रहे प्रदूषण, चिमनी से निकलते धुएं से प्रदूषण, गर्मियों में उड़ती छाई से प्रदूषण, खटाल से शहर दूषित, गाये -भैस से सड़क दुर्घटनाएं, जल-विद्युत चोरी, स्कूल भवनों की जर्जर हालत, और बीएसएल की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण जैसे मुद्दे प्रमुख रहे। “बीएसएल की लापरवाही से हो रहे प्रदूषण से गांवों में बीमारी फैल रही है और हमें मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं।” – कई स्थानीय युवको ने कहा।

25,000 करोड़ निवेश का दावा, लेकिन भरोसा नहीं
सेल (SAIL) द्वारा जनसुनवाई में जानकारी दी गई कि बोकारो इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण और ब्राउनफील्ड विस्तार के तहत करीब 25,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इस परियोजना के अंतर्गत प्लांट की हॉट मेटल उत्पादन क्षमता 5.77 MTPA से बढ़ाकर 9.10 MTPA और क्रूड स्टील की क्षमता 5.006 MTPA से 8.806 MTPA करने की योजना है। इस जनसुनवाई की अध्यक्षता निदेशक (परियोजना, भूमि एवं पुनर्वास) मेनका ने की जबकि संचालन प्रदूषण विभाग के गीता एक्का और विवेक कुजूर ने किया। एक अन्य वकील अहमद ने कहा “हम भविष्य की बात कर रहे हैं, लेकिन बीते वादे अधूरे हैं।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

“सूचना छुपाई गई” – ग्रामीणों का गंभीर आरोप
विस्थापितों ने आरोप लगाया कि बीएसएल प्लांट के आसपास के 19 गांवों को इस जनसुनवाई की जानकारी नहीं दी गई। विस्थपित गांव के सहदेव साव ने कहा कि हमें बताया गया कि एक महीने पहले अखबार में विज्ञापन देकर औपचारिकता निभाई गई, लेकिन जमीन पर लोगों तक सूचना पहुंचाने का कोई प्रयास नहीं हुआ। आपलोगो कि मनसा इसे चुपचाप कराने कि थी। “प्लांट पहले भी लगाया गया था विकास के नाम पर, लेकिन हमें सिर्फ छला गया है।” – सहदेव साव

“हमने जमीन दी, लेकिन बदले में मिला धोखा” – विक्रम महतो
कुण्डौरी के विक्रम महतो ने भावुक होकर कहा कि बीएसएल से निकला पानी दामोदर नदी को लाल कर रहा है और गांवों का भूजल बुरी तरह प्रदूषित हो चुका है। उन्होंने बताया कि विस्थापितों के 19 गांव न तो पंचायत में हैं, न नगर निगम क्षेत्र में और न ही बीएसएल ने अब तक कोई ठोस विकास कार्य किया है। “हमसे सपने दिखाकर जमीन ली गई, और अब हमें पूरी तरह भुला दिया गया है।” – विक्रम महतो

कहां गया जुर्माना ? विस्थापितों का प्रदूषण बोर्ड से सवाल 
“क्या हुआ सर! मार्च में बीपीएससीएल (जो बीएसएल परिसर के अंदर स्थित है) पर फ्लाई ऐश युक्त पानी को कूलिंग पोंड के जरिए दामोदर नदी में छोड़ने और 2023 में रौतडीह गांव में फ्लाई ऐश युक्त पानी घुसने के मामले में 2.05 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। क्या आपने वह जुर्माना वसूला? न तो आपने जुर्माना लिया और न ही समस्या का अब तक समाधान हुआ है।”

जनसुनवाई का उद्देश्य था विकास की दिशा में संवाद, लेकिन यह कार्यक्रम आम जनता के आक्रोश का मंच बन गया। लोगों ने बीएसएल प्रबंधन पर विश्वास खोने की बात कही और कहा कि जब तक पुराने वादे पूरे नहीं होते, तब तक किसी नए प्लांट की कोई प्रासंगिकता नहीं है। जनसुनवाई ने यह साबित कर दिया कि स्थानीय जनता विकास चाहती है, पर न्याय और पारदर्शिता के साथ। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

BSL Press release 

सेल/बोकारो इस्पात संयंत्र के विस्तारीकरण -सह-आधुनिकीकरण के लिए लोक सुनवाई आयोजित

सेल द्वारा बोकारो इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण और ब्राउनफील्ड विस्तार के माध्यम से बोकारो में लगभग 25000 करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है। इसके लिए, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बोकारो में सेल/बोकारो इस्पात संयंत्र के मौजूदा 5.77 एमटीपीए से 9.10 एमटीपीए हॉट मेटल और 5.006 एमटीपीए से 8.806 एमटीपीए क्रूड स्टील के प्रस्तावित विस्तार-सह-आधुनिकीकरण के लिए 15 जुलाई को बोकारो क्लब में एक लोक सुनवाई आयोजित की। श्रीमती मेनका, निदेशक परियोजनाएं, भूमि एवं पुनर्वास, बोकारो ने बैठक की अध्यक्षता की। झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, रांची से श्रीमती गीता एक्का और झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, धनबाद से श्री विवेक कुजूर ने जन सुनवाई का संचालन किया।

प्रस्तावित विस्तार सह आधुनिकीकरण के बारे में एक संक्षिप्त प्रस्तुति बोकारो स्टील प्लांट की महाप्रबंधक/पर्यावरण श्रीमती प्रीति झा द्वारा दी गई। उल्लेखनीय है कि प्रस्तावित विस्तारीकरण -सह-आधुनिकीकरण में सेल/बोकारो स्टील प्लांट द्वारा नवीनतम अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। यह प्लांट ऊर्जा कुशल होगा और कार्बन उत्सर्जन भी कम होगा क्योंकि आधुनिकीकरण के साथ स्टैंप चार्ज बैटरी, हाई वॉल्यूम ब्लास्ट फर्नेस, थिन स्लैब कास्टर और डायरेक्ट रोलिंग मिल जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। प्लांट के लिए किसी भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि ब्राउनफील्ड विस्तार बोकारो स्टील प्लांट के मौजूदा परिसर में ही किया जाएगा। लोक सुनवाई में बोकारो जिले के 200 से अधिक निवासियों ने भाग लिया और लोक सुनवाई के दौरान रोजगार, टाउनशिप, पर्यावरण संरक्षण, विस्थापन आदि से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अपने प्रश्न व सुझाव रखे ।

बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक, पर्यावरण श्री डी.के. सक्सेना ने पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया और बताया कि बोकारो स्टील प्लांट के विस्तार और आधुनिकीकरण से इस क्षेत्र के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। संयंत्र के आधुनिकीकरण से न केवल प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार के अवसर पैदा होंगे, बल्कि बोकारो और आसपास के क्षेत्रों में संचालित स्थानीय और सहायक लघु एवं मध्यम उद्योगों के समग्र विकास में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा, संयंत्र के आधुनिकीकरण से बोकारो पूरे देश में गुणवत्तापूर्ण फ्लैट उत्पादों के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में पुनः स्थापित होगा, जिसके परिणामस्वरूप बोकारो में अतिरिक्त निवेश और और विकास का मार्ग भी खुलेगा। लोक सुनवाई में ईआईए-ईएमपी सलाहकार मेसर्स एमएन दस्तूर भी उपस्थित थे, साथ ही परियोजना, मानव संसाधन, एल एंड डी, नगर प्रशासन, सीएसआर, हॉर्टिकल्चर आदि विभिन्न विभागों के प्रमुख भी उपस्थित थे।

Public Hearing conducted for Expansion-cum-Modernization of SAIL/Bokaro Steel Plant

SAIL is expected to invest approximately Rupees 25000 Crores at Bokaro through modernization & Brownfield expansion of Bokaro Steel Plant. For this Jharkhand State Pollution Control Board, conducted a Public Hearing on 15/07/2025 at Bokaro Club for the proposed Expansion-cum-Modernization of SAIL/Bokaro Steel Plant from its existing 5.77 MTPA to 9.10 MTPA Hot Metal and 5.006 MTPA to 8.806 MTPA Crude Steel at Bokaro. Smt. Menaka, Director Projects, Land & Rehabilitation, Bokaro chaired the meeting. Smt. Gita Ekka from Jharkhand State Pollution Control Board, Ranchi & Sri Vivek Kujur from Jharkhand State Pollution Control Board, Dhanbad conducted the Public Hearing.

A brief presentation about the proposed Expansion cum-Modernization was presented by Smt. Priti Jha, GM/Environment Bokaro Steel Plant. It is pertinent to mention here that latest state of the art technology is being introduced by SAIL/Bokaro Steel Plant in the proposed expansion. The Plant would be energy efficient with lower carbon footprint as state of the art technology like Stamp Charge Battery, High volume Blast Furnace, Thin Slab Caster & Direct Rolling Mill will be introduced with the modernization. The plant will not require acquisition of any land as the brownfield expansion will be carried out in the existing premises of Bokaro Steel Plant. More than 200 residents of Bokaro district participated in the Public Hearing and raised their concerns regarding various aspects pertaining to Township, employment, Environment Conservation, displacement etc. during the Public Hearing. CGM, Environment Sri DK Saxena responded to the queries raised and said that Expansion & Modernization of Bokaro Steel Plant will pave way for the overall development of this area. The modernisation of the plant will not only generate direct & indirect employment but will also help in overall development of local and ancillaries small & medium scale industries under operation in Bokaro & nearby areas. Moreover the modernization of the plant will re-establish Bokaro as a one stop shop for Quality Flat Product across India resulting in attraction of additional Investment & infrastructure in Bokaro. EIA-EMP Consultant M/s MN Dastur was also present in the Public Hearing along with heads of various units including Projects, HR, L&D, Town Administration , CSR, Horticulture etc.

 

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