Bokaro: झारखंड के बोकारो, रामगढ़ और लोहरदग्गा जिलों में नक्सलियों ने शुक्रवार की रात निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आग लगा दी. बोकारो जिले में नक्सलियों ने गोमिया के महुआटांड़ थाना क्षेत्र के केरी गांव में घटना को अंजाम दिया, जहां पाइप लाइन का काम चल रहा था.
घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का आकलन करने के बाद पुलिस अधीक्षक (SP), बोकारो, चंदन कुमार झा ने बताया कि, “पुलिस इस घटना को माओवादी और आपराधिक एंगल दोनों को लेकर जांच कर रही हैं। घटनास्थल में कोई पोस्टर नहीं पाया गया और कोई भी स्लोगन या परचा नहीं मिला। वहा लोगो से बात कर पता चला की घटना को करीब चार लोगो द्वारा ही अंजाम दिया गया था।”
उन्होंने कहा, “पुलिस को घटना के बारे में जानकारी मिली तो रात के करीब 10.30 बजे थे। दोपहर 12 बजे तक एसओपी के साथ दमकल और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंच गए थे। आग की लपटों पर काबू पा लिया गया। एक ही जेसीबी में आग लगी। मौके पर खड़े तीन ट्रैक्टरों में भी आग लगाने की कोशिश की गई, लेकिन उनमे आग नहीं पकड़ी।”
बताया जा रहा है कि जले हुए जनरेटर सहित सभी वाहन उसी गांव की लीला साव के हैं, जो पेयजल आपूर्ति विभाग के उप-ठेकेदार के अधीन काम करता है. साव के परिजन टायर फटने की आवाज सुनकर जब बाहर निकले तो वाहनों को जलते हुए देखा। एक माओवादी ने उनसे कहा, चुपचाप घर के अंदर जाओ नहीं तो गोली मार देंगे। वे डर के मारे अंदर चले गए।
सूचना मिलते ही ललपनिया, महुआताड़, जागेश्वर थाना और सीआरपीएफ पुलिस रात में पहुंची, तब तक सभी भाग चुके थे. करीब 18 करोड़ रुपये के बजट से हर घर नल से पानी पहुंचाने के उद्देश्य से पाइप लाइन का काम चल रहा था. साव की जेसीबी और ट्रैक्टर इस काम में लगे थे।
गोमिया प्रखंड में इस तरह की माओवादी घटना कई साल बाद हुई है-
11 फरवरी 2021 – गोमिया प्रखंड अंतर्गत लुग्गु की तलहटी में स्थित तूतीझरना जंगल में देर रात सुरक्षाकर्मियों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए. हालांकि, नक्सली सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां बरसाने के बाद जंगल के अंदर भाग गए। जवाबी कार्रवाई में जवानों द्वारा की गई भारी फायरिंग का सामना वे नहीं कर पाए। पुलिस ने मौके से नक्सलियों के हथियार व अन्य सामान बरामद किया.
3 जून 2020 – एक दर्जन अज्ञात बदमाशों ने गोमिया प्रखंड अंतर्गत लुग्गु पहाड़ी की तलहटी में माओवादी बहुल काशीतंड़ में रेल लाइन के दोहरीकरण के कार्य में लगी एक पोकलेन मशीन में आग लगा दी. उनके द्वारा एक हाईवा डंपर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इससे काम बाधित हुआ। घटना देर रात हुई। यह क्षेत्र धनबाद रेल मंडल के अंतर्गत गोमो-बड़काखाना रेल मार्ग के डुमरी विहार एवं दनिया रेलवे स्टेशन के बीच.