Bokaro: बोकारो में अमृतसर-कोलकता इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर के तहत औद्योगिक उत्पादन नोड (आइएमएन) बनना फाइनल हो गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत ज़िले में करीब 1000 एकड़ भूमि में उद्योग विकसित किए जाने है। जिला मुख्यालय ने 7 दिसंबर से जमीन की तलाश शुरू कर दी थी। इसी क्रम में बोकारो इस्पात संयत्र (BSL) से भी खाली पड़ी भूमि की मांग की गई थी। जिसपर बीएसएल ने हामी भर दी है।
डीसी बोकारो कुलदीप चौधरी के अनुसार बीएसएल ने भतुआ में 500 एकड़ जमीन देनें का कमिटमेंट कर दिया है। यह जमीन शहर के सेक्टर 11 के पीछे रेलवे लाइन के करीब है। बाकि जमीन की भी तलाश जारी है जो जल्द ही पूरी हो जाएगी।
इधर बीएसएल अधिकारियों की माने तो इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए भतुआ में जिला प्रशासन ने जमीन चिन्हित की है। इस मामले में BSL से जिला प्रशासन की बात काफी हद तक साफ हो गई है। बीएसएल ने भी अपने विस्तारीकरण के कार्य के लिए प्रशासन से अपेक्षित सहयोग मांगा है।
बता दें, अगर सब सही रहा तो आने वाले दिनों में भारत सरकार के महत्वाकांक्षी परियोजना अमृतसर-कोलकता इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर के तहत भतुआ इंडस्ट्रियल एरिया बन जायेगा। इस परियोजना के तहत औद्योगिक उत्पादन नोड (आइएमएन) निर्माण के लिए शीर्ष अधिकारियों की टीम ने ज़िले के कई स्थानों का मुआयना किया था। टीम भतुआ, धनडवरा, गरगा पुल समीप स्थित खाली स्थलों का निरीक्षण किया था। पर अधिकारियों ने पाया है कि उद्योग लगाने के लिए भतुआ सबसे उपयुक्त स्थानों में से एक है।
इस प्रस्तावित इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर प्रोजेक्ट के अलावा, भतुआ में ही अलग से बीएसएल का 900 एकड़ में पावर प्लांट लगाने की योजना है। इस पावर प्लांट से बीएसएल के विस्तारीकरण को ऊर्जा मिलेगी। क्युकी अधिक प्रोडक्शन के लिए अधिक बिजली चाहिए। भतुआ के बगल से दामोदर नदी भी बहती है जिससे कंपनियों को पानी की कभी किल्लत नहीं होगी। साथ ही नेशनल हाईवे और रेलवे लाइन दोनों इस जगह से सट कर गुजरते है। जिससे माल लाने और ले जाने में कोई परेशानी नहीं होगी। यातायात आसान होगा।
अमृतसर-कोलकता इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर क्या है-
अमृतसर-कोलकता इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर के तहत बोकारो में औद्योगिक उत्पादन नोड (आइएमएन) बनेगा। देश भर में अमृतसर से कोलकता तक कुल 7 राज्यों का चयन किया गया जहा विभिन्न बड़ी-बड़ी उद्योगों का उत्पादन यूनिट लगाना है। इसमें झारखंड भी एक है जिसका औद्योगिक उत्पादन नोड बोकारो में प्रस्तावित है। दिसंबर में निदेशक उद्योग जितेंद्र कुमार सिंह, उपायुक्त कुलदीप चौधरी, बियाडा की क्षेत्रीय निदेशक कीर्ती श्री, समेत बीएसएल के अधिकारियों ने जिला मुख्यालय के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया था। जिसमे भतुआ की जमीन चिन्हित की गई थी।