Bokaro: बोकारो की एक अदालत ने होमगार्ड जवान और सेना में कार्यरत उसके छोटे भाई को उम्रकैद की सजा सुनाई है। होमगार्ड जवान ने दहेज के लिए अपनी पत्नी संगीता की गला दबाकर कर हत्या कर दी थी।
उसके भाई ने इस अपराध में उसकी मदद की थी। दोनों ने पहले संगीता की गला दबाकर हत्या की और घटना को आत्महत्या का मामला बनाने के लिए उसके शव को पंखे से लटका दिया। हत्या का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ।
अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ-4, बोकारो कोर्ट, योगेश कुमार सिंह की अदालत ने निरंजन पांडे और उसके छोटे भाई नीरज कुमार पांडे को आईपीसी की धारा 302/34 के तहत दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। दोनों को 20-20 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है।
दोनों भाई कैलाश नगर, चास के रहने वाले हैं। विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) राकेश कुमार राय ने कहा कि नीरज राजस्थान में कार्यरत हैं जबकि निरंजन यहां होमगार्ड हैं। Video byte:
मृतका बिहार के सोनवर्षा की रहने वाली थी। मृतक की मां आशा देवी द्वारा 02 अप्रैल, 2020 को प्राथमिकी ऑनलाइन दर्ज की गई थी क्योंकि उस वक़्त कोविड-19 की स्थिति थी। एसपीपी ने कहा कि घटना के समय संगीता 24 साल की थी। उन्होंने 27 जून, 2018 को शादी की थी। उनकी शादी के डेढ़ महीने बाद, निरंजन का होमगार्ड में चयन हुआ था।
होमगार्ड की नौकरी मिलने के निरंजन ने संगीता के घरवालों से 4 लाख रुपए की मांग करनी शुरू कर दी थी। लेकिन उसके ससुराल वाले गरीबी के चलते उसकी मांग पूरा करने में असमर्थ थे। इससे निरंजन संगीता को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
घटना के दिन 2 अप्रैल 2020 को निरंजन ने अपने भाई के साथ मिलकर संगीता की गला घोंटकर कर हत्या कर दी। बाद में घटना को आत्महत्या के रूप में देने के लिए उसके शव को फांसी पर लटका दिया। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या का खुलासा हो गया।