Bokaro: गुरूवार को उपायुक्त -सह- जिला दण्डाधिकारी कुलदीप चौधरी ने जिले के विभिन्न पूजा समितियों को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार बोकारो द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन करने को कहा है। इस बाबत संबंधित कार्यालय द्वारा पत्र भी जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि दुर्गापूजा के दौरान बोकारो शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पंडाल बनाये जाते हैं।
दुर्गापूजा के दौरान आग दुर्घटना एवं भगदड़ जैसे हादसों से बचने के लिए दुर्गापूजा समिति सुरक्षा निर्देशों का पालन करें, जो निम्नलिखित है। –
1. पंडाल में प्रवेश एवं निकास द्वार के अलग-अलग रास्ते रखें। प्रवेश एवं निकास द्वार पर पर्याप्त संख्या में वालेंटियर की व्यस्था करें।
2. मुख्य प्रवेश द्वार एवं निकास द्वार को कम से कम 05 मीटर चौड़ा रखें।
3. प्रवेश कतार लगाकर कराएं तथा पुरुष एवं महिला के लिए अलग-अलग कतार की व्यवस्था करें।
4. निकास के रास्ते के जगह जगह पर तीर निशान के संकेत से प्रदर्शित करें इससे आम जनता को किसी इमर्जेंसी के समय सुरक्षित निकासी में मदद मिलेगी।
5. भगदड़ से बचाव के लिए भीड़ प्रबंधन की योजना पहले से बना कर रखें एवं उसे प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मियों के साथ साझा करें।
6. पंडाल में बिजली की वायरिंग किसी योग्य एवं प्रशिक्षित इलेक्ट्रिशियन से कराएं एवं हमेशा आई०एस०आई० मार्क के कॉपर तार का ही प्रयोग करें। नंगे तारों पर अच्छी प्रकार से टेप लगा कर रखें एवं उसे पहुँच से दूर रखें।
7. कुर्सी पर बैठने के लिए बनाये गये दो पंक्तियों के बीच कम से कम 2.5 फीट का अन्तर रखें और सीट के दोनों ओर से कम 2.5 मीटर का स्थान खाली रखें।
8. पंडाल में ज्वलनशील पदार्थ को एकत्र करके ना रखें।
9. रसोई पंडाल से कम से कम 20 मीटर दूर रखें।
10. पंडाल के आसपास एवं आग संभावित क्षेत्र के आसपास पर्याप्त संख्या में अग्निशमन यंत्र पानी एवं बालू की व्यवस्था रखें।
11. दुर्गापूजा समिति पूजा शुरू होने से पूर्व अपने निकटतम फायर स्टेशन से आग से बचाव का अनापत्ति प्रमाण पत्र आवश्य प्राप्त करें।
12. दुर्गापूजा समिति कर्मचारी एवं वालंटियर आग से बचाव एवं Fire Extinguisher का प्रयोग किस प्रकार करना है इसकी जानकारी अवश्य रखें।
13. पंडाल में प्रशिक्षित स्टाफ की देखरेख में प्राथमिक उपचार की व्यवस्था रखें। प्रत्येक पंडाल में प्राथमिक चिकित्सा किट होना अनिवार्य है। जिसमें निम्नलिखित सामाग्री जैसे पैरासिटामोल टेबलेट, डिसायक्लोमीन,ग्रुफेन, बैंडेज, गाज, बीटाडीन कॉटन रील, टेटमैक, स्प्रीट इत्यादि रखें।
14. प्रत्येक पंडाल में पार्किंग (Parking) की समुचित व्यवस्था रखें।
15. किसी भी आपातकाल से बचने एवं सुरक्षित निकासी हेतु वैकल्पिक मार्ग पहले से चिन्हित कर रखें।
16. कार्यक्रम के दौरान लाउड स्पीकर द्वारा लोगों को सुरक्षा से संबंधित जानकारी एवं चेतावनी देते रहें और इमरजेंसी नम्बरों को जगह-जगह प्रदर्शित करें।
17. रात्रि 10:00 बजे के बाद ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग न करें।
18. पूजा के दौरान सुरक्षा के लिए पंडालों में पर्याप्त संख्या में सी०सी०टी०वी० कैमरा जरूर लगा कर रखें।
19. अग्निशमन एवं एम्बुलेंस के लिए आने – जाने के लिए पर्याप्त रास्ता खुला रखें।
20. पंडाल सड़क के किनारे ना बनाये, ध्यान रखें कि पंडाल से यातायात प्रभावित न हो।