Bokaro : बोकारो में हर्षोल्लास के साथ मकर संक्रांति मनाई गई। आस्था के इस पर्व पर दामोदर नदी के घाट में सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। शहर के जगन्नाथ मंदिर सेक्टर चार, श्री अयप्पा मंदिर, श्रीराम मंदिर सेक्टर एक के अलावा विभिन्न मंदिरों में पुरोहित के साथ श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और दान किया। लोगों ने पुरोहित को अन्न, फल आदि दान किया। इसके बाद चूड़ा-दही व तिलकुट का आनंद उठाया। आइये देखते है कैसे लोगो ने मनाया बोकारो में मकर संक्रांति का पावन पर्व:

उपायुक्त राजेश सिंह मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर आज चास प्रखंड अंतर्गत कुम्हरी पंचायत के स्थित चेचका धाम मंदिर पहुँचे, जहाँ उन्होंने वार्षिक पूजा के दौरान मंदिर प्रांगण में पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना के दौरान उपायुक्त ने ग्रामीणों तथा आसपास के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकर दही चूड़ा एवं तिलकुट का सेवन प्रसाद के रूप में मंदिर प्रांगण में पूजा अर्चना के बाद किया। उन्होंने कहा कि चेचका धाम मंदिर बोकारो जिला ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड में धार्मिक रूप से प्रसिद्ध है। ऐसी मान्यता है कि यहां पर पूजा अर्चना करने से लोगों को चिकित्सा रूप में स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ यश की प्राप्ति भी होती है।


बीएसएल के अधिकारियों एवं कर्मियों का स्वैच्छिक संगठन इस्पात स्पर्श की टीम ने मकर संक्रांति के अवसर पर महेशपुर गाँव में जरुरतमंदो के बीच कपड़ो का वितरण किया। कार्यक्रम में लगभग 125 लोगों के बीच कपडे बाटें गए। इस्पात स्पर्श की टीम बीएसएल अधिकारियों द्वारा दान किये गए कपड़ों को पहले इकट्ठा किया फिर वितरित किया।

प्रगति सेवा आश्रम की मकर संक्रांति कुछ अलग थी। यह महिलाओ ने अपने हाथो से चूड़ा और मूड़ी का लड्डू बनाया और फिर सेक्टर-1 के बगल में स्तिथ कार्तिक नगर बस्ती में जाकर बच्चो में बाट दिया। इस संस्था की संस्थापक, प्रगति ने बताया की हमलोगो ने अपने हाथो से बनाये लड्डू उन बच्चो में बाटा जो गरीब परिवार से आते है। हमारी संस्था ने आशा लता विकलांग केंद्र में जाकर वहां के बच्चो को भी लड्डू खिलाया और उनके संग मकर संक्रांति मनाई। आशा लता से जुड़े ऐ के सिन्हा ने कहा की बच्चे लड्डू खाकर काफी खुश हुए।

मकर संक्रांति के अवसर पर रोटरी क्लब ऑफ बोकारो मिटाउन कपल्स ने सेक्टर-12 स्तिथ आसस विद्यालय में स्कूल के बच्चों के बीच स्कूल बैग कॉपी किताब तथा नाश्ते के पैकेट वितरण किए। इस प्रोग्राम में रोटेरियन अमीषा अग्रवाल, मिनी कपूर और दिव्या जोहर ने बच्चो को “गुड टच-बैड टच” के बारे में बताया”। इस मौके पर क्लब के अध्यक्ष और कोज़ी स्वीट के मालिक, पुनीत जोहर, चार्टेड अकाउंटेंट और रोटरी के असिस्टेंट गवर्नर अनूप अग्रवाल, साजन कपूर, सुभाष जैन तथा अनुपम गर्ग उपस्थित थे।

मकर सक्रांति के उपलक्ष में चास के नामी गुटखा गैंग के सदस्यों ने दामोदर नदी में स्नान किया। गुटका गैंग के प्रेजिडेंट, संतोष बरनवाल ने कहा की चास के कुम्हरी बस्ती के किनारे यह दामोदर नदी का घाट बहुत ही मनमोहक है। मकर संक्रांति में स्नान करने के लिए यह स्थान उत्तम है। इस स्थान का साफ पानी, स्वच्छ वातावरण, चारों तरफ पहाड़, पत्थर का टीला, नदी किनारे जंगल बहुत ही मनमोहक है।

महापर्व मकर संक्रांति में टुसू पर्व पर चंदनकियारी के विभिन्न गांवों में ग्राम देवता की आराधना की गयी। इस दौरान प्रखंड मुख्यालय के पश्चिम बंगाल की सीमा पर सटे बिरखाम में भव्य मेला लगा। वहां चंदनकियारी के विभिन्न गांव सहित निकटवर्ती पश्चिम बंगाल के भी अनेकों गांव के ग्रामीण शामिल होकर हजारों की भीड़ उमड़ पड़े।

यह के निवासियों ने मकर संक्रांति के पर्व पर पतंग भी उड़ाया। पतंग उड़ाना इस त्योहार की एक खास परंपरा है। अधिकतर लोग इस दिन पतंग उड़ाते है। ऐसा माना जाता है भगवान राम ने मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की शुरुआत की थी।
लोगों ने चूड़ा, तिलकुट, गजक, तिल लड्डू, समेत अन्य सामानों की जमकर खरीदारी की और मकर संक्राति के अवसर पर अपने स्वजनों व दोस्तों के साथ इसका आनंद उठाया। लोगों में मकर संक्रांति का उत्साह देखते ही बन रहा है। मकर संक्रांति पर खाई जाने वाली यह सभी चीजें जैसे तिल, चूड़ा, गुड़ आदि अपने आप में एक औषधि है जो शरद ऋतु में अंदर से कमजोर हुए लोगों को फिर से मजबूत बनाने में मदद करती है। इससे मौसम परिवर्तन से होने वाली बीमारियों से भी रक्षा होती है।
