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‘लव जिहाद’ की बलि चढ़ने से बच गई बोकारो की लड़की, पहचान छुपा शादी कर रहा दूल्हा वरमाला के बाद भागा


Bokaro: बजरंग दल के सक्रियता और पुलिस के सहयोग से आज एक लड़की की जिंदगी ‘लव जिहाद’ (Love Jihaad) के भेट चढ़ने से बच गई। लड़की से अपनी पहचान छुपा कर शादी करने पहुंचे दूसरे समुदाय के शख्श की पोल एन वक़्त पर खुल गई। जिसके बाद वह और उसके रिस्तेदार भाग निकले। घटना बोकारो (Bokaro) शहर के हरला थाना इलाके की है।

आरोपी एक शख्श को अपना फर्जी बाप बनाकर लाया था, वह भी फरार है। एसपी, बोकारो, चन्दन कुमार झा ने कहा कि आरोपी कि पहचान हो गई है और वह जल्द ही पकड़ा जायेगा। उसके सहयोगी से पुलिस पूछताछ कर रही है। आरोपी की क्रिमिनल हिस्ट्री है। पुलिस का अनुसन्धान जारी है। Video:

बताया जा रहा है की दूल्हे ने अपना नाम संजय कशेरा बताया था। उसने अपने नाम का वोटर आईडी और आधार कार्ड बनवा रखा था। उसके पास पुलिस वर्दी भी थी। जिसे वह पहनकर लड़की के घर आया करता था। उक्त वर्दी को पुलिस ने बरामद किया है।

लड़की के घरवालों के अनुसार आरोपी अपने आप को हिन्दू और उन्ही के गांव-बिरादरी का बताया करता था। लड़की के घरवालों से वह एक लोन के सिलसिले में मिला था। उसके बाद उनकी आर्थिक स्तिथि को कमजोर भांपते हुए, मदद करने के बहाने उनसे नजदीकी बढ़ाई और फिर शादी करने को तैयार कर लिया।

बताया गया कि, अपना नाम छुपाकर शादी कर रहे आरोपी की बारात आ चुकी थी, पीड़िता के साथ की वरमाला की रस्म भी पूरी हो चुकी थी। गाना-बजाना, हंसी मजाक का दौर जारी था। खाना-पीना चल रहा था। पंडितजी सात फेरो के रस्म को पूरा करने की तैयारी में जुटे थे। वीडियो रिकॉर्डिंग भी हो रहा था। इसी बीच दूल्हे के आव-भाव को देखकर मोहल्ले के कुछ लोगो को शक हुआ। जिसके बाद किसी ने बजरंग दल को सुचना दी।

सुचना मिलने के बाद बजरंग दल के सदस्य बीच शादी के कार्यक्रम में पहुंचे। उन्हें पूछताछ करते देख, दूल्हे की हवाइयां उड़ गई और मौका देखते ही वह भाग निकला। उसके बाद घटना की सुचना बजरंग दल और घरवालों ने हरला थाना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने जाँच शुरू की है। पुलिस को लग रहा है की पीड़िता नाबालिग है, इसलिए उसकी सर्टिफिकेट की जाँच भी हो रही है।

पीड़ित लड़की हिन्दू समाज की है। पूरा परिवार बेहद गरीब है। देहाड़ी मजदूरी करके अपना पेट पलटा है। परिवार में तीन लड़किया है। जिसमे पीड़िता सबसे बड़ी है। बजरंग दल के जिला प्रमुख अजित पांडेय ने बताया कि पीड़ित परिवार काफी सहमा हुआ है। उनलोगो ने जब हिम्मत दी, तब वह पुलिस को सुचना देने के लिए तैयार हुए। पीड़ित परिवार काफी गरीब है।

अजित पांडेय ने कहा कि करीब आठ महीने पहले आरोपी यह परिवार के संपर्क में आया। पीड़िता की माँ माइक्रो-फाइनेंस से लोन लेने गई थी, उसी समय बाहर आरोपी से मुलाकात हुई। पीड़िता के माँ को उसने आसानी से लोन देने को लेकर फुसलाया और धीरे-धीरे घर में जगह बना ली। वह अपने आप को हिन्दू और उनके ही जाति का बताया करता था। उसने परिवार में अपना दबदबा ऐसा बना लिया था कि वह उनका हर निर्णय लेने लगा था।

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि चुकी उसकी माँ ने शादी तये की थी, इसलिए उसे इन सब बातो का पता नहीं चला। आरोपी अक्सर पुलिस के वर्दी में आता था। कभी-कभी पिस्तौल भी रखता था। अपने आप को दिखाता था की वह काफी पावरफुल है। बीते रात वरमाला के बाद जब उसके दूसरे समुदाय के होने की बात का खुलासा हुआ तो वह स्तब्ध रह गई।

आरोपी को पुलिस कर रही तलाश, पहले भी कर चूका है तीन शादी
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी का क्रिमिनल रिकॉर्ड है। उसे पिछले साल मई 2021 में चास पुलिस ने ठगी कर पैसे वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोपी चतरा, रांची, रघुनाथपुर व जामताड़ा जेल में भी रह चुका है। यह आरोपी मूल रूप से बिहार के गया जिले का रहने वाला है और वर्तमान में यह धनबाद के वासेपुर में घर बनाकर रह रहा था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार यह आरोपी तीन शादियां रचा चुका है। इसके पहले उसने एक आदिवासी महिला को झांसे में लेकर अपने आप को आदिवासी बता कर उसने शादी की है। आदिवासी महिला को आरोपी ने अपना नाम राज सोरेन बताकर शादी की थी। आदिवासी महिला पेटरवार की रहने वाली है।

आरोपी काफी शातिर ठग है और कई ठगी के कारनामों को अंजाम दे चुका है। पहले यह ठग थाने में आने वाले शिकायतकर्ता से अपने आप को पुलिस अधिकारी बताकर मामले को रफा-दफा करने और मैनेज करने के एवज में लोगों से रुपए की ठगी करता था। जिसे पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा था।


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