Bokaro: समाहरणालय स्थित सभागार में सोमवार को अपर सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग श्रीमती डा. नेहा अरोड़ा ने जिले में विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति का समीक्षा बैठक किया।
मौके पर उपायुक्त कुलदीप चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, डीपीएलआर मेनका, डीआरडीए निदेशक संजीव कुमार, कार्यपालक अभियंता चास राम प्रवेश राम, कार्यपालक अभियंता तेनुघाट शशि शेखर आदि उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक में अपर सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग डा. नेहा अरोड़ा ने रिट्रोफिटिंग अभियान की प्रगति का समीक्षा किया। उन्होंने प्रखंड वार प्रगति की जानकारी ली। इसे शतप्रतिशत पूर्ण करने में आ रही परेशानियों के संबंध में पूछा और उसके समाधान को लेकर जरूरी दिशा – निर्देश दिया।
समीक्षा क्रम में वैसे पारा शिक्षक/आगंनबाड़ी कर्मी/स्वास्थ्य सहिया/जन वितरण प्रणाली दुकानदार/विभिन्न निजी कंपनियों में कार्यरत कर्मियों आदि विभागों के वरीय पदाधिकारियों को संबंधित कर्मियों के साथ बैठक कर मासांत तक शेष रिट्रोफिटिंग कार्य (सिंगल पिट से ट्विन पिट) को पूर्ण करने का निर्देश दिया।
उन्होंने आम जनों को इससे होने वाले फायदे और नहीं करने से होने वाले नुकसान के संबंध में भी जागरूक करने की बात कहीं। जहां भूमि कि समस्या है, वहां तीन – चार घरों को मिलाकर एक – जगह बड़े आकार का ट्विन पिट बनाया जा सकता है।
अपर सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने क्षेत्र में किसी भी योजना का निरीक्षण करने जाने वाले पदाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि वह ग्रामीणों से शौचालय की स्थिति एवं उसके नियमित इस्तेमाल के संबंध में भी जानकारी प्राप्त करें/जायजा लें। उन्होंने विभाग के वरीय पदाधिकारियों से अपने अधिनस्थ कर्मियों से भी अंडर टेकेन लेने को कहा कि उनके यहां शौचालय है और वह नियमित उसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर कहीं किसी के पास अब भी शौचालय नहीं है और वह आहर्ता रखते हैं तो,उसे चिन्हित कर अविलंब शौचालय निर्माण कराएं, जो सामर्थ हैं उन्हें शौचालय निर्माण एवं इस्तेमाल के लिए प्रेरित करें।
अपर सचिव,पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने ओडीएफ प्लस के तहत जिले में चल रहें कार्यों पर संतोष जताते हुए कहा कि जिला बेहतर कर रहा है,लेकिन हमें और बेहतर करना है। जिले के गांवों को वन स्टार से फाइव स्टार तक ले जाना है। उन्होंने सभी प्रखंडों में पांच – पांच पंचायतों को चिन्हित कर इस दिशा में आगे बढ़ने को कहा।
पदाधिकारियों को जिले के 50 फीसद गांवों/पंचायतों को फाइव स्टार श्रेणी में लाने एवं शेष गांव/पंचायतों को थ्री स्टार श्रेणी में अगले तीन माह में लाने को लेकर लक्ष्य दिया। वहीं, स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में जिले की भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा, आगामी 30 अप्रैल तक इसके लिए निबंधन होना है।
मौके पर ओडीएफ प्लस के तहत कौन – कौन से कार्य होने हैं, कैसे आमजनों को जागरूक करना है। इससे क्या फायदा होगा, किन – किन विभागों के कनवर्जेंस से इस कार्य को पूरा किया जाएगा। इस संबंध में विस्तार से पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से राज्य स्तरीय प्रतिनिधि श्री संजय पांडेय ने जानकारी दी। उन्होंने विभाग द्वारा तैयार एक्शन प्लान के संबंध में बताया। कनर्वजेंस स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण)/मनरेगा एवं 15 वें. वित्त आयोग के तहत होगा।
मौके पर उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी ने अपर सचिव,पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को आशवस्त किया कि जिला प्राप्त दिशा – निर्देश के अनुरूप सभी योजनाओं में बेहतर प्रगति करेगा। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं संबंधित विभागों के वरीय पदाधिकारियों को शेष रिट्रोफिटिंग कार्य को मासांत तक हर हाल में पूरा करने की बात कहीं। उन्होंने ओडीएफ प्लस के दिशा में भी डीएमएफटी के माध्यम से प्रस्तावित कार्य/योजना से सभी को अवगत कराया।
मौके पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्रीमती गीतांजली,जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्रीमती मनीषा वत्स,जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री जगरनाथ लोहरा, कार्यपालक पदाधिकारी चास नगर निगम श्रीमती छविबाला बरला, कार्यपालक पदाधिकारी फुसरो नगर परिषद श्री मनोज कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, नोडल पदाधिकारी मनरेगा श्री पंकज दूबे,सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जिला एवं प्रखंड समन्वयक, सहायक अभियंता/कनीय अभियंता आदि उपस्थित थे।