Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

Bokaro Steel Plant: अब चेहरा पढ़कर मशीन बनायेगी अटेंडेंस, फेस रेकग्निशन सिस्‍टम 1 मार्च से लागू


Bokaro: डिजिटलीकरण के युग में सेल के बोकारो स्टील प्लांट (BSL) ने एक कदम आगे बढ़ा दिया है। अंग्रेजी फिल्मो की तरह अब कर्मचारियों को ऑफिस में घुसने और निकलने के पहले गेट पर लगे मशीन से चेहरे की पहचान करा अटेंडेंस बनानी होगी।

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बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम से उपस्थिति दर्ज कराने की यह प्रक्रिया इसी 1 मार्च, 2024 से प्रभावी हो जाएगी। सेल ने इससे सम्बंधित सर्कुलर मंगलवार को निकाल दिया है। बता दें, यह मशीन हर यूनिट और विभाग में लगाई गई है। प्लांट के गेट पर पहले से RFID कार्ड प्रभावी है।

क्या है फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम?
ये बायोमेट्रिक सिस्टम है जो व्यक्ति की पहचान उसके चेहरे, आंखों, मुंह के कॉम्बिनेशन से करती है। इसमें चेहरे के सभी एलिमेंट खासकर आंखें और मुंह को रीड किया जाता है। फिर पहचान के लिए चेहरे की 3D इमेज बनाकर डेटाबेस में सेव की जाती है। बीएसएल में गुजरात की कंपनी द्वारा बनाई गई मशीन लगाई गई है। इस Facial Recognition Biometric Device द्वारा बनाये गए अटेंडेंस के रिकॉर्ड कोई भी छेड़-छाड़ नहीं कर सकता है। BSL में पहले नॉन-वर्क्स में लगे पाम रीडिंग बायोमेट्रिक सिस्टम से यह मशीन बहुत एडवांस है।

SAIL में BSL बायोमेट्रिक अटेंडेंस लागु करने वाला दूसरा प्लांट
सेल के पांचो स्टील प्लांटो और अन्य इकाइयों में इस तरह का बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम सबसे पहले राउरकेला स्टील प्लांट में लागु हुआ। अब बीएसएल में लागु हो रहा है। दोनों के डायरेक्टर इंचार्ज अतनु भौमिक है। 1 मार्च से अटेंडेंस के लिए हरेक कर्मचारी चाहे वह खलाशी हो या ईडी या फिर डायरेक्टर इंचार्ज सभी को इसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। इस सिस्टम से बीएसएल के पर्सनल डिपार्टमेंट का अटेंडेंस मैनेजमेंट, डिसिप्लिन मैनेजमेंट और रिकॉर्ड कीपिंग काफी मजबूत होगा।

BSL में इतने है कर्मचारी, लगाई गई इतनी मशीनें
सेल के बीएसएल स्टील प्लांट ने इस डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम को बैठने के लिए करोड़ो रूपये खर्च किये है। बता दें बीएसएल में करीब 7900 कर्मचारी है और 1800 अधिकारी है। कुल 9200 अधिकारियों और कर्मचारियों के अटेंडेंस का खाता-बही रखने के लिए 160 फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम आधारित बायोमेट्रिक मशीने लगाई गई है। बताया जा रहा है कि बीएसएल प्रबंधन जल्द इन मशीनों कि संख्या बढ़ाकर 400 कर देगा, ताकि प्लांट में काम करने वाले कारण 10000 ठेका मजदुर की भी हाज़री इसी हाईटेक प्रक्रिया से बन सके।

BSL के पर्सनल विभाग ने…
बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के पर्सनेल विभाग के चीफ जेनेरल मैनेजर हरी मोहन झा की टीम ने इस फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम को धरातल में उतारने के लिए काफी मेहनत की है। मशीनों को सही जगहों पर स्थापित कराने से लेकर डाटा बेस से मैच कराने की जटिल प्रक्रिया से गुजरते हुए, पर्सनल डिपार्टमेंट ने हरेक ट्रेड यूनियन के नेताओ से भी चर्चा की। उनके सुझावों पर अमल करते हुए यहां तक पहुंचे। बीएसएल के प्रवक्ता मणिकांत धान के अनुसार टॉप मैनेजमेंट को यह उम्मीद है की यह प्रणाली सभी को पसंद आएगी और लोग इसे स्वीकार करेंगे।

BSL द्वारा निकाले गए सर्कुलर में यह है लिखा
बोकारो स्टील प्लांट के सभी कर्मचारियों (कार्यकारी और गैर-कार्यकारी) को बिना किसी अपवाद के अपने संबंधित विभाग, कार्य परिसर में स्थित किसी भी निर्दिष्ट चेहरे की पहचान बायोमेट्रिक डिवाइस में अपने प्रवेश और निकास समय को पंजीकृत करना आवश्यक होगा। प्रवेश और निकास के समय पंचिंग करके ही बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम के माध्यम से उपस्थिति दर्ज की जाएगी। यह 1 मार्च, 2024 से प्रभावी होगा। चेहरे की पहचान बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली https://www.rfbio.sailbsl.in. पर जाकर उपलब्ध होगी।


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