Bokaro: बोकारो टाउनशिप में करीब 15 साल बाद रावण दहन कार्यक्रम आयोजित करने की कोशिश विफल रही।
शहर के सेक्टर-5 पुस्तकालय मैदान में सोमवार को होने वाले रावण दहन कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई थी पर प्रसाशनिक स्वीकृति नहीं मिली। जिस कारण पहले से घोषित रावण दहन कार्यक्रम नहीं हो पाया। जिला प्रसाशन और बोकारो स्टील प्लांट (BSL) प्रबंधन दोनों ने आयोजकों को स्वीकृति नहीं दी है।
बोकारो टाउनशिप के लोगो में रावण दहन कार्यक्रम फिर से शुरू होने को लेकर काफी उत्साह था। आयोजकों ने मंच तैयार कर दिया था। 40 फ़ीट लम्बा रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का विशाल पुतला जमीन पर पड़ा रहा लेकिन जल नहीं पाया। लाइब्रेरी मैदान की बैरकेडिंग की गई थी। रिमोट कंट्रोल से आतिशबाजी की जानी थी। स्थानीय कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति करने वाले थे। पर सब तैयारियों में पानी फिर गया।
बता दें पिछले 15 वर्षो से बोकारो स्टील टाउनशिप में रावण दहन कार्यक्रम नहीं हुआ है। इस बार लोगो ने कोशिश की लेकिन नहीं हो पाया। बताया जा रहा है कि सोमवार दोपहर 1.30 बजे तक आयोजक स्वीकृति लेने के लिए एसडीओ और बीएसएल से जद्दोजहत करते रहे। उन्हें आस थी कि अगर आज नहीं तो मंगलवार का परमिशन मिल जाये। तैयारी में लाखो रूपये खर्च हो चुके है सब बर्बाद हो जायेगा ।
एसडीओ चास दिलीप सिंह शेखावत ने पत्रकारों से कहा कि विधि-व्यवस्था के मद्देनजर पुस्तकालय मैदान में रावण दहन कार्यक्रम की स्वीकृति नहीं दी गई है। आयोजकों को साफ़-साफ़ मना कर दिया गया है। अगर आदेश की अवेहलना हुई तो सख्त क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। उधर बीएसएल टाउन एंड एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के सीजीएम कुंदन कुमार ने भी बिना प्रसाशनिक स्वीकृति के एनओसी देने से इंकार कर दिया।