Bokaro: बोकारो टाउनशिप में अतिक्रमण बदस्तूर जारी है। पिछले कुछ महीनो में जबसे रोका-टोकी शुरू हुई तब से कई बातें निकलकर सामने आ रही है। इन्ही चर्चाओं में एक चर्चा व्हाट्स एप्प में घूम रहे अतिक्रमण कराने संबंधी 5 फोटो की हो रही है। फोटो में लिखे कैप्शन ने बीएसएल (BSL) के सिक्योरिटी विभाग के कार्यो पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
दो BSL कर्मी अंडर स्कैनर
बताया जा रहा है कि इन फोटो के चलते बीएसएल के सिक्योरिटी विभाग के दो कर्मचारी सहित अधिकारी अंडर स्कैनर है। धड़ले से हो रहे अतिक्रमण को लेकर पहले से ही सिक्योरिटी विभाग चर्चा में रह रहा है। अब सोशल मीडिया में घूम रहे इस वायरल पोस्ट ने उन चर्चाओं को मजबूती दे दी है। लोग कह रहे है कि बिना आग के धुआँ थोड़ी ही न निकलता है। वायरल पोस्ट से जुड़े तथ्य सही है या गलत यह तो बीएसएल प्रबंधन ही बताएगा।
सेक्टर 12 और 8 के अवैध निर्माण की तस्वीरें
व्हाट्स एप्प में वायरल हुई पांचो फोटो सेक्टर 12 , सेक्टर 8 आदि इलाके में बीएसएल के जमीन पर हुए अवैध निर्माण की है। उक्त वायरल पोस्ट में फोटो के साथ सिक्योरिटी विभाग के कर्मियों का नाम यह बताते हुए लिखा हुआ है कि इनकी संलिप्ता से यह अवैध निर्माण किया गया है। लेन-देन की बात भी लिखी हुई है। यह भी लिखा हुआ है कि विभाग के अधिकारी सब जानते हुए भी चुप है।
सबकी नजर विजिलेंस और उच्च अधिकारियों पर
बताया जा रहा है कि उक्त पोस्ट बीएसएल अधिकारियो के बीच भी वाहट्सएप्प में घूम रहा है। अन्य विभाग के अधिकारी दबी जुबान में चर्चा भी कर रहे है। अतिक्रमण के खिलाफ बुलंदी से अभियान चलाने वाली बीएसएल की टीम इस तरह की बातों से दुखी है। उनका कहना है – हम हटाने में लगे है और यह बसाने में। अब सबकी नजर विजिलेंस और उच्च अधिकारियों पर है।
एक्शन लेंगे या नहीं लेंगे ?
बीएसएल के उच्च अधिकारियो के सामने उहापोह की स्तिथि है। यह निर्णय लेना कठिन हो रहा है कि – एक्शन ले या न ले ? अगर एक्शन नहीं लेते तो पब्लिक के बीच गलत मैसेज जायेगा, अतिक्रमण करने और कराने वालो का मनोबल बढ़ेगा। एहि नहीं अवैध कब्ज़े को ख़त्म करने में लगी बीएसएल के नगर प्रसाशन की टीम का मनोबल भी घटेगा, साथ ही छीटें सब पर पड़ेंगे। और अगर एक्शन लेते है तो इसके जद में कई अधिकारी और कर्मचारी आएंगे इत्यादि।
रिपोर्ट लिखने के पहले बीएसएल के प्रवक्ता से इस वायरल पोस्ट से सम्बंधित तथ्यों की असलियत और अन्य सवाल पूछा गया पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। आगे जब भी बीएसएल अपना पक्ष रखेगा उसको वैसे ही यहां लगा दिया जायेगा।