Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

गुआ में बोकारो का पेलेट प्लांट शिफ्ट: SAIL का बड़ा फैसला, झारखंड के पश्चिमी सिंघभूम में भारी निवेश, रोजगार के अवसर


Bokaro: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) भारी निवेश की योजना बना रही है। यह पहल न केवल गुआ क्षेत्र (Gua Mines) के औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करेगी बल्कि कई रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। बोकारो स्टील प्लांट (BSL) ने गुआ माइंस में एक बड़े विस्तार प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है, जो इसके विकास रणनीति में नया अध्याय जोड़ेगा। Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

विस्तार और उत्पादन वृद्धि

इस विशाल विस्तार योजना के तहत, गुआ माइंस (Gua Mines) में आयरन ओर का उत्पादन बढ़ाया जाएगा, साथ ही एक नया पेलेट प्लांट और एक अयस्क बेनीफिकेशन प्लांट भी स्थापित किया जाएगा। SAIL-BSL के डायरेक्टर इंचार्ज, बीरेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार, कंपनी इस परियोजना में लगभग ₹5,700 करोड़ का निवेश करेगी। इस बड़े निवेश से 2,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है।

वर्तमान में, बीएसएल के गुआ माइंस में लगभग 4 मिलियन टन आयरन ओर का उत्पादन होता है। इसे 2030 तक 10 मिलियन टन तक बढ़ाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। इसके साथ ही, SAIL-BSL ने बोकारो में नए पेलेट प्लांट को गुआ में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। यह प्लांट 2028 तक गुआ में स्थापित किया जाएगा जो आयरन ओर को पेलेट में बदलने का काम करेगा। वहां से उत्पादित पेलेट, आयरन ओर की तरह, बीएसएल प्लांट को मालगाड़ी से भेजा जाएगा।

विस्तार की व्यापक पहल

SAIL, जो एक महारत्न कंपनी है, अपने सभी स्टील प्लांटों में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए विस्तार प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में भी एक ब्राउनफील्ड एक्सपेंशन पर काम चल रहा है, जिसका लक्ष्य 2030 तक बीएसएल की उत्पादन क्षमता को वर्तमान 4.7 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) से बढ़ाकर 7.5 MTPA करना है। स्टील उत्पादन बढ़ाने के लिए रॉ मटेरियल की आवश्यकता है, और इसी के तहत बीएसएल गुआ माइंस में आयरन ओर उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

गुआ माइंस के भविष्य की योजनाएँ

अधिकारियों के अनुसार, गुआ माइन्स में माइनिंग का कार्य एक निजी कंपनी को सौंपा जाएगा। यह कंपनी माइनिंग फीस देकर आयरन ओर निकाल सकेगी, जिससे BSL की रॉ मटेरियल जरूरतें पूरी हो सकेंगी। इसके अलावा, पेलेट प्लांट को Build-Own-Operate (BOO) आधार पर विकसित किया जाएगा, जबकि अयस्क बेनीफिकेशन प्लांट BSL खुद लगाएगी। अपने रॉ मटेरियल को ढोने के लिए BSL ने हाल ही में छह नए रेलवे रैक खरीदे हैं।

भविष्य की दिशा

SAIL का यह बड़ा निवेश झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम के औद्योगिक और आर्थिक परिदृश्य को काफी हद तक प्रभावित करने वाला है। बढ़ी हुई उत्पादन क्षमताओं और रोजगार के अवसरों के साथ, गुआ माइन्स और बोकारो स्टील प्लांट में हो रहे विस्तार की योजनाएँ SAIL की विकास और क्षेत्रीय विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

आधिकारिक बयान

SAIL-BSL के डायरेक्टर इंचार्ज बीरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा, “गुआ माइन्स में हमारे विस्तार प्रयास और अवसंरचना में नए निवेश, क्षेत्रीय औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। हमें विश्वास है कि ये पहल क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति को प्रेरित करेंगी।”

 

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