Bokaro: बीएसएल (BSL) कर्मियों के लिए पेपरलेस भविष्य निधि ऋण आवेदन प्रणाली के लिए एक मॉड्यूल का उद्घाटन निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश ने 3 सितंबर को संयंत्र के कार्यकारी निदेशक, मुख्य महाप्रबंधक, वित्त एवं लेखा तथा सी एंड आईटी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया। निदेशक प्रभारी ने पेपरलेस मॉड्यूल विकसित करने वाली टीम को बधाई दी, जिससे न केवल ऋण वितरण प्रक्रिया में तेजी आएगी, बल्कि यह और अधिक पारदर्शी और सटीक भी बनेगी।नया मॉड्यूल एक पेपरलेस सिस्टम है जिसमें भविष्य निधि ऋण के लिए आवेदन करने के इच्छुक संबंधित कर्मचारी मैनुअल मोड के बजाय एसएपी सिस्टम में आवेदन कर सकते हैं। पहले चरण में इसे बीएसएल अधिकारियों के लिए लागू किया गया है। एसएपी के माध्यम से पेपरलेस आवेदन प्रणाली के दौरान, पीएफ नियमों के अनुसार ऋण के लिए प्रासंगिक दस्तावेज भी संलग्न किए जा सकते हैं।
आवेदन, पीएफ ट्रस्ट अनुमोदन, प्रसंस्करण और भुगतान जैसे ऋण प्रसंस्करण के प्रत्येक चरण के साथ सूचना के लिए सिस्टम में एसएमएस और मेल की सुविधा भी जोड़ी गई है। आवेदन में गलती होने पर आवेदक इसे रद्द भी कर सकता है। आवेदन जमा होने के पश्चात पीएफ ट्रस्ट के अधिकृत कर्मचारी नियमानुसार आवेदक के लिए एसएपी में इसे स्वीकृत कर सकते हैं।
बीएसएल के चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन, मणिकांत धान ने बताया कि एक बार स्वीकृत होने के बाद, इसे पीएफ अनुभाग (एफएंडए) द्वारा भुगतान के लिए संसाधित किया जा सकता है या जहां कोई त्रुटि हो, ऑन-होल्ड रखा जा सकता है । इससे पहले यह पूरी ऋण आवेदन प्रक्रिया मैनुअल थी जिसमें काफी समय लगता था।
सी एंड आईटी-ईआरपी-एफआईसीओ की ओर से पेपरलेस मॉड्यूल श्री एच एस शर्मा (जीएम), प्रवीण कुमार (डीजीएम), पूनम सिंह (सीनियर मैनेजर), आदित्य ढींगरा (मैनेजर), कुंदन (ऑपरेटिव) द्वारा विकसित किया गया है जबकि वित्त एवं लेखा (पीएफ अनुभाग) की ओर से श्री वी कुमार (जीएम), श्री आरके ताह (डीजीएम) और अन्य ने मॉड्यूल के विकास में योगदान दिया।