Bokaro: आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत गोमिया प्रखंड के सर्वागिन विकास को लेकर मंगलवार को प्रखंड सभागार में ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटजी कम चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी, जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी, उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी., प्रखंड के सभी पंचायतों के मुखिया एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय/प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
अपने संबोधन में उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी ने कहा कि देश के वैसे प्रखंड जिनका किसी कारणवश अपेक्षित विकास नहीं हुआ है। उन्हें आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत चिन्हित किया गया है। पूरे देश में ऐसे 500 प्रखंडों का चयन हुआ है,प्रदेश में ऐसे कुल 34 प्रखंड है। जिसमें जिले का गोमिया प्रखंड भी शामिल है। हम सबों को मिलकर कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है ताकि गोमिया प्रखंड भी जिले के शेष अन्य प्रखंडों के साथ खड़ा हो,एक आदर्श प्रखंड बनें। कहा कि प्रखंड में होने वाले कार्यों की निगरानी राज्य एवं केंद्र स्तर से नियमित होगी।
साथ ही, अन्य आकांक्षी प्रखंडों से भी गोमिया प्रखंड की प्रतिमाह तुलना की जाएगी। ताकि प्रतिस्पर्धा की भावना से भी प्रखंड स्तर पर बेहतर कार्य हो। इस शिविर के माध्यम से हमें स्वयं आंकलन करना है कि कहा हम छूट गए/पिछड़ गएं। कैसे हम उसमें सुधार करेंगे। प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी लीडर की भूमिका में रहेंगे, वहीं पंचायत स्तर पर मुखिया लीडर की भूमिका में रहेंगे। आप सबों के सहयोग के लिए सभी विभागों के प्रखंड एवं जिला स्तर के पदाधिकारी समन्वय के साथ काम करेंगे।
उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से एक्सन प्लान बनाकर काम करना है। उन्होंने बताया कि प्रखंड में 36 पंचायत एवं 136 गांव है। जिसमें 302 आंगनबाड़ी केंद्र एवं 221 स्कूल है। प्रथम चरण में वैसे आंगनबाड़ी केंद्रों को चिन्हित करें, जिनका अपना भवन नहीं है। जिला स्तर पर ऐसे केंद्रों के लिए खनन क्षेत्र में डीएमएफएटी मद से केंद्र भवन का निर्माण कराया जाएगा। वहीं, शेष क्षेत्रों में विभाग स्तर से पहल कर आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों में एएनसी कीट उपलब्ध करा कर धातृ महिलाओं की बेसिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा केंद्र स्तर पर ही उपलब्ध होगी। इसी तरह प्रखंड के शत-प्रतिशत प्लस टू विद्यालयों में चाहरदिवारी एवं आवश्यकतानुरूप अतिरिक्त वर्ग कक्षा का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही, साइंस लैब/आइटीसी लैब को सक्रिय किया जाएगा। प्रखंड के शेष एएनएम कर्मियों को भी दूरस्त स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्कूटी दिया जाएगा। उन्होंने ग्रामीण सड़कों की कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए पंचायत से पंचायत, पंचायत से प्रखंड एवं प्रखंड से जिला स्तर के लिए सड़क/वैक्लपिक सड़क आदि निर्माण को लेकर आवश्यकतानुरूप प्रस्ताव तैयार करने को कहा।
अपने संबोधन में उपायुक्त ने सभी मुखिया एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को विचार – विमर्श कर सभी क्षेत्रों जिन पर कार्य किया जाना है उसका प्लान तैयार कर प्रखंड एवं प्रखंड से जिला को समर्पित करने का निर्देश दिया। ताकि उस पर निर्णय लेकर जल्द काम शुरू किया जा सके। उन्होंने पंचायतों को सक्रिय करने की बात कहीं, ताकि ज्यादा से ज्यादा कार्यों का निष्पादन पंचायत स्तर पर ही आमजनों को सके। प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने को कहा।
मौके पर उप विकास आयुक्त श्रीमती कीर्तीश्री जी. ने भी गोमिया प्रखंड के आकांक्षी प्रखंड के रूप में चिन्हित होने एवं इसके समग्र विकास को लेकर किए जाने वाले कार्यों के संबंध में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि गोमिया को शेष प्रखंडों से आगे लाने एवं आदर्श प्रखंड के रूप में स्थापित करने में मुखियाजनों की अहम भूमिका है। हमें गांवों को समृद्ध करना है, गांव समृद्ध होने से पंचायत एवं पंचायत समृद्ध होने से प्रखंड और प्रखंड समृद्ध होने से जिला समृद्ध होगा।
इससे पूर्व, पीरामल फांडेशन की टीम द्वारा मुखिया एवं अन्य अधिकारियों को आकांक्षी प्रखंड के संबंध में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से बताया। इसकी निगरानी को लेकर नीती आयोग द्वारा निर्धारित आयाम क्रमशः स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, बुनियादी ढ़ांचा एवं वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के संबंध में बताया। इस दौरान कई पंचायतों के मुखिया ने अपनी बातें साझा की। प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने एवं उपलब्ध संसाधन में बेहतर करने की बात कहीं।
मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री कपिल कुमार ने प्रखंड क्षेत्र में अब तक किए गए कार्यों की संक्षिप्त जानकारी सबों के बीच साझा की। कहा कि प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी पिछले कुछ वर्षों में बेहतर कार्य हुआ है। लेकिन, हमें अभी बहुत कुछ करना है।
मौके पर अंचलाधिकारी श्री संदीप अनुराग टोप्पो, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, पीरामल फाउंडेशन के डिस्ट्रिक्ट लीड राबीन राज, प्रोग्राम लीडर पोलोमी सिंह राय, बसंत कुमार, विभिन्न विभागों के जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।