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धनबाद लोकसभा चुनाव 2024: इस बार किसका ‘आशीर्वाद’ किसको लगेगा, इसकी कोई ‘गारंटी’ नहीं


Bokaro: धनबाद लोकसभा सीट में भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी अब पूरी तरह चुनावी रंग में रंग गए है। जहां भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो हर कदम मजबूती से रख रहे है, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह पक्ष-विपक्ष सभों का ‘आशीर्वाद’ लेकर अपनी शक्ति बढ़ाने में लगीं हुई है। चुनाव 25 मई को है।

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‘आशीर्वाद में छिपी राजनीती या राजनीती में छिपा आशीर्वाद’ 

हालांकि इस रण में ‘आशीर्वाद पॉलिटिक्स’ की शुरुआत भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो ने कांग्रेस के पूर्व धनबाद सांसद ददई दुबे के पैर छूकर किया था। जिसके बाद अनुपमा सिंह ने भी धुन पकड़ ली, और वह अब कई दिग्गज नेताओं से आशीर्वाद लेते दिख रही हैं।

कांग्रेस में होते हुए भी अनुपमा सिंह ने, वर्तमान भाजपा सांसद पी एन सिंह, बोकारो के भाजपा विधायक व मुख्य सचेतक बिरंची नारायण और पूर्वी सिंघभूम के विधायक सरयू राय के पैर छूकर आशीर्वाद लेने में कोई गुरेज नहीं की।

पैर छूते हुए अनुपमा सिंह का फोटो सोशल मीडिया में आने के बाद चर्चा का माहौल गर्म है। लोग इसके कई मायने लगा रहा है। बाहरी-भीतरी, भितरघात, राजनीति, जातिगत भावना आदि एंगल पर अपनी-अपनी धारणा बना रहे है।

भीतर घात की संभावना प्रबल

इसबार, भाजपा और कांग्रेस, दोनों पार्टियों के प्रत्याशी, गिरिडीह लोक सभा इलाके के है। दोनों धनबाद लोक सभा के वोटर भी नहीं है। इस कारण पार्टी के कार्यकर्ता उम्मीदवारों के चयन पर दुखी है। ढुलू महतो को टिकट मिलने से कई भाजपा समर्थक खफा है। उनके विवादास्पद छवि के चलते कई लोग सहमे हुए है। ‘चुप चाप कमल साफ़’ का नारा अंदर ही अंदर गूंज रहा है।

उधर कांग्रेस में प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का भयंकर विरोध हो रहा है। उनका पुतला फूंका जा रहा है। आलाकमान से उम्मीदवार पर पुनर्विचार करने का नारा बुलंद हो रहा है। गुस्से में जिला सचिव सहित 200 कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़ भाजपा में चले गए है। दोनों पार्टियों में भीतर घात की संभावना प्रबल है।

कैंडिडेट पसंद तो पार्टी नहीं, पार्टी पसंद तो..

इधर जनता के बीच पिछले चुनाव जैसा उत्साह दिखने नहीं मिल रहा है। किसी को कैंडिडेट पसंद है तो पार्टी नहीं। किसी को पार्टी पसंद है तो कैंडिडेट नहीं। अधिकतर लोग निर्णय नहीं ले पा रहे है।

लोगो का कहना है कि,  धनबाद-बोकारो में जो चुनावी आबोहवा बह रही है, उसमे अपनी जमीन तलाशने आये, दोनों पार्टी के प्रत्याशियों के लिए यह चुनाव बेहद चुनौती भरा होगा।

 


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