बोकारो पुलिस ने अपना रुख साफ कर दिया है कि भड़काऊ नारे लगाने या सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। बीते दो दिनों में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया है। शनिवार को एक स्थानीय नेता को फेसबुक पर विशेष समुदाय के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी करने पर पकड़ा गया, जबकि रविवार को छह अन्य लोगों को भड़काऊ नारेबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
Bokaro: झारखंड के बोकारो जिले में पुलिस ने रविवार को ‘सर तन से जुदा’ जैसे भड़काऊ नारे लगाने के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है। यह घटना बेरमो क्षेत्र में उस समय हुई जब विशेष समुदाय के खिलाफ एक कथित आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा था।
यह विवाद रामकिंकर पांडे द्वारा किए गए उस पोस्ट से जुड़ा है, जिसे वायरल होते ही विशेष समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में लोग बेरमो थाना के बाहर जमा हुए और प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने आपत्तिजनक नारे लगाए। इस घटना का वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर फैला।

बोकारो एसपी हरविंदर सिंह ने इसे गंभीर मानते हुए तुरंत केस दर्ज कर गिरफ्तारी का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि पांडे को पहले ही हिरासत में लेकर पुलिस जांच शुरू कर चुकी थी। ऐसे में थाने के सामने भड़काऊ नारे लगाना न केवल कानून-व्यवस्था के लिए खतरा है बल्कि समाज में अशांति फैलाने की कोशिश भी है।
एसपी ने स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो फुटेज के आधार पर छह लोगों की पहचान कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में इस तरह की नारेबाजी करने वालों के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
