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Electoral Bonds: इस कंपनी ने भाजपा (BJP) और झामुमो (JMM) दोनों को दिया चंदा, झारखंड के बोकारो में है स्टील प्लांट


झारखंड में भी चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) की चर्चा जोरो पर है। राज्य में संचालित कंपनियों द्वारा राजनीतिक दल को दिए गए चंदे की रकम को जानने की उत्सुकता यहां के लोगो में भी भरपूर है।

भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने 21 मार्च यानि गुरुवार को यूनीक अल्फा न्यूमेरिक नंबर सहित सभी चुनावी बॉन्ड से जुड़ी जानकारी अपने वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया। निर्वाचन आयोग द्वारा सार्वजनिक किए गए आंकड़ों से अब आसानी से यह पता लगाया जा सकता है कि किसने, किस राजनीतिक दल को कितना चंदा दिया है।

झामुमो को Vedanta से मिला चंदा
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का खजाना, जो विशेष रूप से चुनावी बांड के माध्यम से भरा जाता था, को मुख्य रूप से राज्य में वेदांता लिमिटेड जैसी कंपनियों द्वारा दान मिला है।

झामुमो को 2021 और 2023 के बीच चुनावी बांड के माध्यम से 13.5 करोड़ रुपये का दान मिला। झामुमो ने 2021 में चुनाव आयोग को अपनी कंट्रीब्यूशन रिपोर्ट में स्वेच्छा से खुलासा किया कि उसे 2019- 20 वित्तीय वर्ष में हिंडाल्को लिमिटेड से 1 करोड़ रुपये मिले थे। हालाँकि, एसबीआई द्वारा साझा की गई एलेक्ट्रोल बांड की जानकारी में हिंडाल्को द्वारा कोई बांड नहीं खरीदा दिख रहा है।

झामुमो और भाजपा को Vedanta से मिला इतना करोड़ चंदा
वेदांता द्वारा खरीदे गए सभी चुनावी बांडों में भाजपा सबसे बड़ी लाभार्थी थी, उसके बाद कांग्रेस (125 करोड़ रुपये), बीजू जनता दल (40 करोड़ रुपये) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (5 करोड़ रुपये) थे। अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस को वेदांता से चुनावी बांड में केवल 0.3 करोड़ रुपये मिले है।

एसबीआई द्वारा दिए गए डेटा से पता चलता है कि खनन बिज़नेस के बादशाह वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) ने भाजपा को 250.15 करोड़ रुपये के चुनावी बांड दान किए है। इस प्रकार वेदांता द्वारा खरीदे गए सभी चुनावी बांडों में से आधे से अधिक (कुल मूल्य 400.65 करोड़ रुपये) भाजपा के पास चले गए।

Vedanta का ESL Steel Limited बोकारो में
वेदांता चुनावी बांड का चौथा सबसे बड़ा खरीदार है। वेदांता ने जून 2018 में झारखंड में इलेक्ट्रोस्टील स्टील प्लांट का अधिग्रहण किया है। वेदांता की यह कंपनी, ईएसएल स्टील लिमिटेड (ESL Steel Limited) बोकारो जिले के चंदनक्यारी ब्लॉक में स्तिथ है। इसकी उत्पादन क्षमता 2.5 MTPA है, जो उत्पादन बढ़ाने के लिए विस्तारीकरण की ओर अग्रसर है।

 

 

Source: The Times of India and The Wire

 


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