Bokaro: बोकारो जेनरल अस्पताल (BGH) के नेत्र रोग विभाग की टीम ने एक दिवंगत मरीज़ (74 वर्षीय बीएसएल के सेवानिवृत कर्मी) द्वारा किए गए नेत्रदान का दूसरे दृष्टिबाधित मरीज़ पर सफल प्रत्यारोपण किया है.
दिवंगत सेवानिवृत बीएसएल कर्मी और उनके परिवारजनों द्वारा नेत्रदान के पुनीत निर्णय के प्रति आभार प्रकट करते हुए बीजीएच नेत्र रोग विभाग की टीम ने त्वरित ऑपरेशन कर दिवंगत मरीज़ के नेत्र सुरक्षित रख लिए. कॉर्निया प्रत्यारोपण के लिए पहले से पंजीकृत मरीजों से संपर्क किया गया और एक बुजुर्ग महिला मरीज़ से सहमति मिलने पर चिकित्सकों की टीम ने नेत्रदान में प्राप्त कॉर्निया का सफल प्रत्यारोपण कर उनके एक दृष्टिबाधित आँख में रोशनी लौटा दी.
उल्लेखनीय है कि एक व्यक्ति द्वारा किए गए नेत्रदान से दो मरीज़ों में कॉर्निया का सफल प्रत्यारोपण किया जा सकता है. बीजीएच में वर्ष 2013 में आरंभ हुए आई बैंक की सुविधा के फलस्वरूप अब तक 25 मरीज़ों में कॉर्निया का सफल प्रत्यारोपण किया जा चुका है. फिलहाल 29 मरीज़ कॉर्निया प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा में हैं और बीजीएच के आई बैंक के संपर्क में है. ऐसे में नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस पुनीत कार्य के लिए आगे आयें.
वैसे लोग जो नेत्रदान हेतु अपना पंजीकरण कराना चाहते हैं, वे बीजीएच के कमरा नंबर 18 में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं. इस टीम में बीजीएच के नेत्र रोग विभाग की डॉ सोफिया अहमद, डॉ रंजना पाण्डेय, डॉ सुशील कुमार, डॉ दीप्ति प्रभा एक्का, डॉ एन अहमदी और डॉ ऐश्वर्या मोहंती शामिल थे. सफल कॉर्निया ट्रांसप्लांट जैसे अच्छे कार्यो से बीजीएच की छवि सुधरेगी। बीजीएच का नेत्र विभाग पिछले तीन सालो में 285 मरीजों को दूसरे शहर के बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए रेफेर किया है। रेफेर किये गए यह सभी मरीज बीएसएल कर्मचारी और उनके आश्रित है। जिसमे करीब 43 लाख रूपये बीएसएल के खर्च हुए है। रेफेर करने में नेत्र विभाग बीजीएच में तीसरे नंबर पर है।
कॉर्निया प्रत्यारोपण क्या है?
कॉर्निया प्रत्यारोपण एक ऑपरेशन है जिसमें क्षतिग्रस्त कॉर्निया के कुछ या सभी हिस्सों को हटाकर उसे किसी उपयुक्त डोनर की आंख के स्वस्थ कॉर्निया टिश्यू से बदल दिया जाता है। कॉर्निया प्रत्यारोपण का उपयोग दृष्टि में सुधार, दर्द से राहत और गंभीर संक्रमण या क्षति के इलाज करने के लिए किया जा सकता है। कॉर्निया प्रत्यारोपण के सबसे सामान्य कारणों में से एक केराटोकोनस नामक स्थिति है, जो कॉर्निया के आकार को बदलने का कारण बनती है।
कॉर्निया क्या है और ये क्या करता है?
कॉर्निया आँख की पुतली के सामने एक स्पष्ट बाहरी परत है। ये आंख के लिए एक खिड़की का काम करती है। रंगीन परितारिका और पुतली (परितारिका के केंद्र में काली बिंदी) को कॉर्निया के माध्यम से देखा जा सकता है।