Bokaro: बोकारो पुलिस ने एक स्थानीय टैक्स कंसल्टेंट, अभिषेक प्रताप सिंह, और उनके चचेरे भाई मंधीर कुमार सिंह को गिरफ्तार किया है। दोनों ने अपने पुराने व्यापारिक पार्टनर चंद्रमोहन ओझा और उनकी पत्नी अर्चना ओझा को फंसाने के लिए फर्जी गोलीकांड की योजना बनाई थी। यह सनसनीखेज खुलासा सेक्टर 12 पुलिस की जांच में सामने आया।
शिकायत ने पुलिस को किया सक्रिय
23 अगस्त की रात सेक्टर 12 के क्वार्टर के बाहर अभिषेक प्रताप सिंह ने दावा किया कि एक हेलमेट पहने मोटरसाइकिल सवार ने उन पर जानलेवा हमला किया। घटनास्थल से 7.62 एमएम का खाली खोखा बरामद हुआ। इस पर सेक्टर 12 थाना में धारा 316(2)/318(4)/109/3(5) बीएनएस और 27 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया (कांड संख्या 114/25)।
जांच में सामने आई साजिश
पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह के निर्देशन में डीएसपी अलोक रंजन ने विशेष छापामारी दल बनाकर मामले की गहन जांच की। जांच में पता चला कि अभिषेक ने अपने चचेरे भाई मंधीर के साथ मिलकर यह घटना रची थी और अपने पूर्व पार्टनर को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवाई थी।
गिरफ्तारी और बरामदगी
अभिषेक प्रताप सिंह और मंधीर कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से लोडेड 7.62 एमएम पिस्तौल, 19 जिंदा गोलियां, एक खाली खोखा, काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल और दो मोबाइल फोन बरामद हुए। इसके खिलाफ सेक्टर 12 थाना में आर्म्स एक्ट (कांड संख्या 115/25) दर्ज किया गया।
पुलिस टीम का प्रयास
इस ऑपरेशन में सेक्टर 12 के थाना प्रभारी सुभाष चन्द्र सिंह, सेक्टर 4 के संजय कुमार और बीएस सिटी के सुदामा कुमार दास शामिल थे। इस गिरफ्तारी ने बोकारो में हड़कंप मचा दिया है और व्यक्तिगत विवाद के गंभीर परिणामों को उजागर किया है।

