Bokaro: एक तरफ सेल के दूसरे इकाईयो के अस्पताल ब्रांड बन रहे है, वहीं बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) में काम करने वाले अटेंडेंट को पगार के लिए आवाज़ उठानी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि बीजीएच में काम करने वाले अटेंडेंट को दो महीने से अधिक समय से मेहनताना नहीं मिला था। जिसको लेकर वह दुखी थे।
उनकी आवाज़ को बुलंद करने के लिए आज मंगलवार को इंटक और बोकारो स्टील वर्कर यूनियन (BSWU) के सदस्य बीजीएच पहुंचे। पूर्व सांसद ददई दुबे, इंटक के जिला अध्यक्ष रघुनाथ महतो और BSWU के अध्यक्ष कमल दुबे ने अटेंडेंट कि आवाज़ बीजीएच प्रबंधन तक पहुंचाई। ददई दुबे ने बीजीएच के चीफ मेडिकल ऑफिसर, बिभूति करुणामय, एडिशनल सीएमओ, वर्षा घानेकर से वार्ता की जिसके बाद अटेंडेंट नरम पड़े।
रघुनाथ महतो ने बताया कि बीजीएच प्रबंधन ने दो महीने का मेहनताना कॉन्ट्रैक्ट में काम करने वाले अटेंडेंट को देने का आश्वासन दिया था। बीजीएच ने मरीजों के सुविधा के लिए अस्पताल में 96 अटेंडेंट रखे है। जिनमे से अधिकतर को दो महीने से ज्यादा से मेहनतना नहीं मिला। उन्होंने बीजीएच प्रबंधन से शिकायत कि थी लेकिन कुछ नहीं हुआ।
बीजीएच के अधिकारियो के अनुसार मामला HSCL का है जिसको BGH ने कॉन्ट्रैक्ट दिया है। HSCL ने दो सब कांट्रेक्टर के जरिये 96 अटेंडेंट को बीजीएच में रखा था। जिसमे से एक कांट्रेक्टर ने अपने 48 अटेंडेंट का पेमेंट कर दिया था, दूसरे कांट्रेक्टर के साथ कुछ HSCL का कुछ प्रॉब्लम था जिसके चलते बाकि अटेंडेंट का पेमेंट रुका हुआ था। जो आज शाम को हो गया। बीजीएच प्रबंधन खुद इस मामले में संजीदा था।