Bokaro: समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने बुधवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार कमेटी की बैठक की। बैठक में औद्योगिक सुरक्षा का अनुपालन छोटे-बड़े उद्योगों द्वारा किया जा रहा है कि नहीं, इसकी जानकारी ली।
इस पर जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार ने बताया कि इस बाबत पत्र उद्योगों को भेजा गया था, लेकिन कुछ ही कंपनियों द्वारा जानकारी साझा की गई है। इस पर उपायुक्त ने स्मार पत्र जारी करते हुए सात दिनों में जवाब देने, नहीं तो अधिनियम के तहत दंडात्मक कार्रवाई करने को कहा।
उपायुक्त ने जिले के विभिन्न बड़े विद्यालयों,रेस्टोरेंट,माल,होटल,अस्पताल आदि में टीम गठित कर फायर सेफ्टी आडिट करने का निर्देश दिया। संबंधित विभागों के वरीय पदाधिकारी/बीडीओ- सीओ/कार्यपालक अभियंता बिजली,फायर आफिसर्स,संबंधित क्षेत्र के एसडीपीओ आदि को लेकर टीम गटित कर जांच कराएं।
आने वाले मानसून माह को देखते हुए सरकारी – निजी विद्यालयों में तड़ित चालक की क्या स्थिति है, इसकी भी जानकारी लेने और इसे शतप्रतिशत सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बैठक में वन- अग्नि घटनाओं से निपटने, उच्ची बिल्डिंगों में फायर सेफ्टी को लेकर भी चर्चा हुई और जरूरी दिशा – निर्देश दिया।
बैठक में कोविड 19 से मृतक व्यक्ति के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान के भुगतान के संबंध में चर्चा हुई। जिस पर बताया कि तीन लाभुकों को भुगतान किया जाना है, इसका अनुमोदन उपायुक्त ने दिया। साथ ही, दूसरे जिलों में कोविड से मृत लोगों का सत्यापन संबंधित जिलों से प्राप्त नहीं होने को ले उपायुक्त ने संबंधित जिलों को स्मार पत्र भेजने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना की भी समीक्षा की। योजना के तहत सत्यापन उपरांत प्राप्त आवेदनों का अनुमोदन का निर्देश दिया। किसानों को जल्द सहायता राशि हस्तांतरित करने को कहा।
मौके पर पुलिस अधीक्षक चंदन झा, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, एसीएमओ डा. एच के मिश्रा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार आदि उपस्थित थे।