Bokaro: बोकारो पावर सप्लाई कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (BPSCL) द्वारा उत्पादित फ्लाई ऐश (Fly Ash) बांग्लादेश को निर्यात किया जा रहा है। बिरसा मुंडा जयंती एवं जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आज, पहली बार, बीपीएससीएल से फ्लाई ऐश से भरी 42 वैगन वाली रेलवे रेक बांग्लादेश रवाना हो रही है। यहां से फ्लाई ऐश को बांग्लादेश के दर्शना इलाके के एक सीमेंट प्लांट में भेजा जा रहा है। रेलवे भी फ्लाई ऐश के निर्यात से जुड़े आर्थिक गतिविधि को बढ़ाने के लिए आगे आया है।
बोकारो के एरिया रेलवे मैनेजर (ARM) अरविंद प्रदीप ने कहा, “फ्लाई ऐश बैग लोड किए गए हैं। एक रेलवे रैक दक्षिण पूर्व रेलवे (SER) अंतर्गत बीपीएससीएल, बोकारो से बांग्लादेश के दर्शना प्रांत में फ्लाई ऐश का परिवहन करेगी। आवश्यक वाणिज्यिक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। यह पहली बार है की बोकारो से ट्रेन फ्लाई ऐश भर कर बांग्लादेश भेजी जा रही है”।
बीपीएससीएल (BPSCL), SAIL और DVC का एक संयुक्त उद्यम है। जो बोकारो स्टील प्लांट (BSL) को अपनी सभी उत्पादित बिजली और भाप देता है। बीपीएससीएल का बिजली संयंत्र बीएसएल प्लांट के भीतर ही स्थित है। दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के दो और एक सरकारी टीवीएनएल सहित जिले में चार बिजली संयंत्र होने के बावजूद, यह पहली बार है जब किसी संयंत्र से फ्लाई ऐश देश के बाहर निर्यात किया जा रहा है।
टीटीपीएस, डीवीसी और बीपीएससीएल हर साल लगभग 30 लाख टन फ्लाई ऐश का उत्पादन करते हैं। BPSCL के 302MW बिजली संयंत्र द्वारा सालाना लगभग 6 लाख टन फ्लाई ऐश का उत्पादन किया जाता है। संयंत्र सूत्रों का कहना है कि बोकारो में संचालित पावर प्लांटों को हमेशा फ्लाई ऐश के डिस्पोजल के लिए संघर्ष करना पड़ा है। बीएसएल जो अपशिष्ट प्रबंधन पर गहराई से काम कर रहा है, फ्लाई ऐश के उपयोगिता को बढ़ाने के नए तरीके तलाश रहा है।
बांग्लादेश के लिए रेलवे दवारा फ्लाई ऐश का निर्यात करके बोकारो में स्तिथ पावर प्लांट इसका सफलतापूर्वक डिस्पोजल कर सकते है, जिससे यहां के प्रदूषण का खतरा भी काम होगा। बताया जा रहा है कि बांग्लादेश को निर्यात की गई फ्लाई ऐश नि:शुल्क थी। बीपीएससीएल ने इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया है। रेलवे परिवहन और श्रम की लागत ओरिएंट एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा वहन की गई, जो निर्यात व्यवसाय में है।
बताया जा रहा है कि फ्लाई ऐश के निर्यात का निर्णय करने वाली टीम में बीएसएल और बीपीएससीएल के शीर्ष अधिकारी शामिल हैं। बीएसएल के प्रभारी निदेशक अमरेंदु प्रकाश, कार्यकारी निदेशक (वर्क्स), अतनु भौमिक, बीपीएससीएल के कार्यवाहक CEO, आरआर सिन्हा, बीएसएल के पर्यावरण नियंत्रण विभाग के प्रमुख, नवीन प्रकाश श्रीवास्तव, सीजीएम ट्रैफिक, एके झा, सीजीएम, बीपीएससीएल, वी अग्रवाल और एके दास, अरुण बेहरा आदि ने इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए बड़ी ही सिद्दत से काम किया है।
बीएसएल के ईडी वर्क्स, अतनु भौमिक, जो बीपीएससीएल के बोर्ड ऑफ़ मैनेजमेंट में भी है, ने इस निर्यात के प्रक्रिया को गति देने में अहम योगदान दिया है। संचार प्रमुख, बीएसएल, मणिकांत धान ने कहा, “बीपीएससीएल में उत्पादित फ्लाई ऐश की गुणवत्ता बेहतरीन है। इसकी काफी डिमांड है। इससे पहले, हम फ्लाई ऐश का इस्तेमाल निचले इलाकों में बैकफिलिंग, सड़क निर्माण के लिए एनएचएआई को आपूर्ति करने और फ्लाई ऐश ईंटों के निर्माण के लिए करते रहे है। अब फ्लाई ऐश को हमलोग बांग्लादेश निर्यात भी कर रहे है। इसके अलावा फ्लाई ऐश के उपयोग के और भी तरीके तलाशे जा रहे हैं।“