Bokaro: सनी देओल की फिल्म ‘गदर 2’ (Gadar 2) इन दिनों बोकारो के सिनेमाघरो में गदर मचाये हुए है। ज़माने के बाद लोगो की ऐसी भीड़ टिकट काउंटर पर दिख रही है। शुक्रवार को रिलीज़ हुई ‘ग़दर 2’ की सभी शो बोकारो में चौथे दिन भी हाउसफुल चल रही है। मूवी देख कर हॉल से निकल रहे लोग बेहद पॉजिटिव रिव्यु दे रहे है। ये फिल्म एक्शन, रोमांस, ड्रामे और इमोशन्स से भरी हुई है। गदर-2 को देखने के लिए बोकारो में लोग एडवांस में टिकट बुक करा रहे है। बटे दें, इस फिल्म का पहला पार्ट ‘गदर’ साल 2001 में रिलीज हुआ था। यही वो फिल्म थी जिसने सनी देओल को लोगो का फेवरेट एक्टर बनाया। आज भी लोगो के कानो में उस फ़िल्म का ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ का नारा गूंजता है। अब 22 सालों के लंबे इंतजार के बाद तारा सिंह एक बार फिर बड़े पर्दे पर कमल कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि बोकारो मॉल के पीवीआर सिनेमा हॉल में ग़दर 2 को देखने के लिए काफी होड़ मची हुई है। पीवीआर के तीनो एरीना (hall) में दिन भर में ग़दर 2 के आठ शो चल रहे है और वे सभी हाउसफुल है।
15 अगस्त में लोग पीवीआर प्रबंधन से शो बढ़ाने की मांग कर रहे है। स्तिथि यह है कि देर रात 11.15 बजे का सबसे आखरी शो भी हाउसफुल है। रविवार कि शाम ग़दर 2 के छूटने के टाइम बोकारो मॉल के सामने रोड में जाम लग गया। बड़ी गाड़ियों में लोग काफी देरी में निकल पाए।
गदर 2 की कहानी ?
फ़िल्म देखकर निकले मनोज कुमार ने बताया कि ‘गदर 2’ की शुरुआत काफी धुआंधार अंदाज में होती है। शुरुआत में तारा सिंह और सकीना की कहानी सुनाई जाती है। कैसे तारा को सकीना मिली, उसे सकीना से प्यार हुआ और फिर कैसे अशरफ अली अपनी बेटी को वापस पाकिस्तान ले गया था।
इसके आगे की कहानी कुछ इस तरह है कि तारा सिंह एक ट्रक ड्राइवर है। तारा का काम इंडियन आर्मी के पंजाब बेस के आसपास है। तारा का बेटा चरणजीत उर्फ जीते बड़ा हो गया है और कॉलेज जाने लगा है। तारा चाहता है कि वो पढ़-लिखकर बड़ा आदमी बने। लेकिन …