Bokaro: ज़िले के खेतको व कथारा के बाद रविवार की रात लगभग सवा नौ बजे जंगली हाथियों का झुंड जारंगडीह पहुंच गया। झुंड में शामिल लगभग दो दर्जन हाथियों के चिघाड़ सुनकर ग्रामीणों में दहशत छा गई। अधिकतर लोग घरों को छोड़कर सड़क पर आ गए। वहीं कई युवा मशाल जलाकर उन्हें भगाने का प्रयास करने लगे।
सूचना पाकर कथारा ओपी व बोकारो थर्मल थाने की पुलिस टीम पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने वन विभाग की टीम को सूचित किया है। देर रात तक जारंगडीह से कथारा तक दहशत का माहौल था। झुंड जारंगडीह क्षेत्र में घूम रहा था। झिरकी वनक्षेत्र में 10 नवंबर को दिन से रात भर विचरण करने बाद उस झुंड में शामिल एक हाथी ने 11 नवंबर की सुबह कथारा रेलवे कालोनी के समीप बरजू मुंडा पटककर घायल कर दिया था।
उसके बाद झुंड 11 नवंबर की रात दामोदर नदी पारकर खेतको बस्ती पहुंच गया था। वहां दो घरों की चहारदीवारी ध्वस्त व एक मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया था। रविवार सुबह वह झुंड कथारा बस्ती एवं कथारा चार नंबर कालोनी के समीप के जंगल में पहुंच गया । हाथियों को देखते ही आसपास के लोगों के होश उड़ गए और अफरातफरी मच गई।
कथारा ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार सिंह ने लोगों को समझाते हुए वहां से दूर भेजा । वन विभाग के कर्मियों एवं कथारा ओपी पुलिस टीम ने हाथियों के झुंड को बस्ती व कालोनी में प्रवेश करने नहीं दिया । शाम तक झुंड कथारा महाप्रबंधक कार्यालय के समीप के जंगल गया था । टीम हाथियों के झुंड को पिलपिलो जंगल की तरफ ले जाने का प्रयास करने लगे , लेकिन उन्होंने जारंगडीह का रुख कर लिया।
Source : Dainik Jagran