Bokaro: शहर के सेक्टर-6 इलाके से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला सीता देवी और उनके 45 वर्षीय बेटे संतोष कुमार को पिछले 15 महीनों से बंधक बनाकर रखा गया था। सोमवार को बोकारो पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दोनों को आवास का ताला तोड़कर मुक्त कराया। दोनों की हालत बेहद दयनीय थी।
आरोपी ने प्रॉपर्टी बेचवाने के बहाने रची साजिश
पीड़ितों ने बताया कि उन्हें सेक्टर-3 निवासी अशोक सिंह ने प्रॉपर्टी बेचने के बहाने 22 जून 2024 को अपने बाइक से सेक्टर-6 D के आवास में ले गया और वहीं कैद कर लिया। अशोक सिंह ने उनकी आर्थिक तंगी का फायदा उठाते हुए उन्हें बीएसएल के क्वार्टर में कैद रखा। क्वार्टर के बाहर से ताला बंद रहता था और आरोपी हर 10-15 दिन में सिर्फ चावल और आलू देकर चला जाता था।

जानवरों जैसी जिंदगी जीने को मजबूर थे दोनों
मां-बेटे ने बताया कि वे जानवरों जैसी जिंदगी जी रहे थे। बीमार पड़ने पर रस्सी से नीचे झोला लटकाकर दवा मंगानी पड़ती थी। संतोष खुद बीमार हैं और उनकी मां बुजुर्ग हैं, इसलिए वे विरोध नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि आरोपी अशोक से वे इतने भयभीत थे कि कुछ बोलने की हिम्मत नहीं कर पाए।
आरोपी कांग्रेस पार्टी से जुड़ा, जांच जारी
सेक्टर-6 थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी अशोक सिंह फिलहाल किसी अन्य मामले में चास पुलिस द्वारा जेल भेजा जा चुका है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अशोक ने संतोष के एक कोर्ट केस में पहले पैसों से मदद की थी, जिसके बाद रुपए की वापसी को लेकर दबाव बनाने लगा। रुपए नहीं देने पर उसने दोनों को बंधक बना लिया और उनकी संपत्ति बेचने का दबाव डालने लगा।
