Bokaro: सोमवार का दिन संपुर्ण देश सहित संपूर्ण चिन्मय परिवार के लिए शोकमय रहा। जम्मू कश्मीर के पूॅछ मेंढर सेक्टर में ग्रेनेड हमले में देश की सेना के दो नौजवान वतन की रक्षा में शहीद हो गए। इन दो नौ जवानो में से एक चिन्मय विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र लेफ्टिनेंट आनंद थे।
शहीद आनंद 2014 में चिन्मय विद्यालय से 12 वीं उतीर्ण कर 2015 में एन डी0 ए0 में प्रवेश लिया और तीन वर्ष के कठिन प्रशिक्षण के बाद 2019 में सेना में लेफ्टिनेंट पद पर नियुक्त हुए। कल जैसे ही शोक संतप्त कर देने वाला यह समाचार विद्यालय परिसर में पहुॅचा तो पूरा विद्यालय शोक समुद्र में डूब गया।
मंगलवार की प्रातः कालीन प्रार्थना सभा में विद्यालय के सभी शिक्षक छात्र शिक्षकेतरकर्मी एवं प्रबंधन के सभी पदाधिकारियो ने दो मिनट का मौन रखकर दिवगंत आत्मा की शांति के लिए भाव-भीनी श्र्रद्धांजलि समर्पित किया। ज्ञातव्य हो कि खगरिया निवासी आनंद अपने माता पिता के सबसे बड़ी संतान थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा भागलपूर में हुई और 2012 में प्रवेश परीक्षा उर्तीण कर चिन्मय विद्यालय में प्रवेश लिया था।
दसवीं में उन्हे 95 % एवं 12वीं की परीक्षा में 86 % अंक प्राप्त हुआ था। संपूर्ण चिन्मय परिवार ने ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए कहा कि ईश्वर इस दिवंगत वीरआत्मा को शांति प्रदान करें साथ ही इन के माता पिता एवं संपूर्ण परिवार को इस महान विपति की घड़ी में संवल एवं असीम सहनशक्ति प्रदान करें।
विद्यालय सचिव महेश त्रिपाठी ने कहा कि लेफ्टिनेंट आनंद का राष्ट्र की रक्षा एवं सेवा के प्रति यह शौर्ययुक्त अत्यंत गौरवमय बलिदान हमेशा के लिए अविस्मरणीय रहेगा और संपूर्ण राष्ट्र उनका कृतज्ञ रहेगा। दिवंगत वीरात्मा को श्र्रद्धा पूर्ण नमन। साथ ही संपूर्ण चिन्मय परिवार वीर सेनानी नायब सुबेदार भगवान सिहं को भी राष्ट्र को समर्पित उनकी शहादत के लिए श्रद्धा नमन अर्पित करता है। ईश्वर उनकी भी आत्मा को शांति प्रदान करें।