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ED की जांच में तेतुलिया जमीन घोटाला: बोकारो समाहरणालय में दस्तावेज़ खंगाले गए, BSL अधिकारी भी रडार पर


Bokaro: तेतुलिया मौजा जमीन घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने बोकारो समाहरणालय स्थित अपर समाहर्ता कार्यालय में 10 घंटे तक दस्तावेज खंगाले। अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी से लंबी पूछताछ की गई, जबकि पूर्व चास सीओ और वर्तमान डीटीओ वंदना सेजवलकर भी जांच में शामिल रहीं। ED ने कई अहम दस्तावेजों की फोटोकॉपी अपने साथ ली। मामला 103 एकड़ वन भूमि को रैयती दिखाकर बंदोबस्त कराने से जुड़ा है। जांच की आंच अब बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के अधिकारियों तक पहुंचने की सम्भावना प्रबल हो चुकी है, जिन पर बिना अनुमति NOC जारी करने का आरोप है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1xसमाहरणालय में 10 घंटे से ज्यादा चली दस्तावेज जांच
तेतुलिया मौजा में जमीन घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शुक्रवार को बोकारो जिला समाहरणालय स्थित अपर समाहर्ता कार्यालय में 10 घंटे से अधिक समय तक दस्तावेजों की गहन जांच-पड़ताल की। इस दौरान अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी से लंबी पूछताछ की गई। जांच के दौरान जिला परिवहन पदाधिकारी और चास अंचल की पूर्व अंचलाधिकारी वंदना सेजवलकर भी अधिकारियों के समक्ष मौजूद रहीं। ED की टीम कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की फोटोकॉपी अपने साथ ले गई। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

घोटाले की जड़: वन भूमि को रैयती दिखाकर बंदोबस्त सूत्रों के अनुसार वर्ष 2021 में राजस्व शाखा द्वारा एनजीडीआरएस पोर्टल पर तेतुलिया मौजा की भूमि की प्रकृति में कथित रूप से हेरफेर की गई थी। वन भूमि को ‘गैर मजरुआ खास’ से हटाकर रैयती भूमि दिखाया गया, जिसके बाद इसका बंदोबस्त भी कर दिया गया। यह घोटाला करीब 103 एकड़ भूमि से जुड़ा है, जिसे गैरकानूनी तरीके से रैयती घोषित कर दिया गया था। ED ने इस पहलू पर भी गहन जांच की है।

सेल अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाज
मामले की जांच अब बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के अधिकारियों की ओर भी बढ़ती दिख रही है। बताया जा रहा है कि कुछ अधिकारियों ने जमीन को लेकर बिना वैध प्रक्रिया अपनाए NOC जारी कर दिया था। इस अनियमितता को लेकर वन विभाग ने सेक्टर-12 थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। ED अब इन अधिकारियों से भी पूछताछ की तैयारी में है। जानकारी के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा वन विभाग द्वारा निदेशक प्रभारी को की गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

पूर्व सीओ निर्मल टोप्पो के ठिकानों पर छापेमारी
इस मामले में पूर्व अंचलाधिकारी, जिन्होंने इस जमीन को पहली बार पंजी टू में दर्ज किया था, और उनकी पत्नी, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के बोकारो और हजारीबाग स्थित आवासों पर ED ने छापेमारी की है। जांच एजेंसी इस दंपती की भूमिका और पूरे प्रकरण में उनकी संलिप्तता की गहराई से जांच कर रही है।

वंदना सेजवलकर से भी हुई पूछताछ
चास अंचल की पूर्व सीओ और वर्तमान डीटीओ वंदना सेजवलकर से भी इस प्रकरण में पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि उन्होंने तेतुलिया मौजा से अतिक्रमण हटाने में अहम भूमिका निभाई थी, जिस कारण उन्हें भी जांच प्रक्रिया में शामिल किया गया है। ED अब पूरे घोटाले की परतें खोलने में जुटी है, और आने वाले दिनों में कई बड़े नामों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

 

 

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Sources- Dainik Jagran Bokaro edition


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