Bokaro: बोकारो संगीत कला अकादमी के प्रांगण में नवनिर्मित रंगमंच का उद्घाटन रविवार को बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश द्वारा किया गया। इस अवसर पर अकादमी के छात्र एवम छात्राओं द्वारा द्वारा अनेकों रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
इसमें मुख्य रूप से वृंदावन बंगला लोक नृत्य, सृजन नृत्य नौ रंग, भरतनाट्यम, शिवतांडव, उड़ीसा एवम झारखंड के लोक नृत्य,गायन तान तरंग, श्री राम वंदना आदि की प्रस्तुति की गई।
इस कार्यक्रम के पूर्व 4 दिनों की कार्यशाला भी रखी गई थी, जिसमें कत्थक एवं चित्रकला के गुर सिखाने के लिए बाहर से कलाकार आमंत्रित किए गए थे। आज के कार्यक्रम में उन कलाओं की भी प्रस्तुति की गई। संगीत कला अकेडमी के गुरुजनों और बच्चो द्वारा कार्यक्रम में प्रस्तुति की गई।
कार्यक्रम का आयोजन संगीत कला अकेडमी की सांस्कृतिक सचिव श्वेता कुमार के निर्देशन में किया गया। आज हुआ यह कार्यक्रम 4 साल के अंतराल के बाद आयोजित किया गया। इसमें बड़ी संख्या में दर्शकगण उपस्थित हुए। मुख्य रूप से बोकारो स्टील प्लांट के अधिशासी निदेशक आर महापात्रा( अधिशासी निदेशक परियोजना ), अमिताभ श्रीवास्तव (अधिशासी निदेशक सामग्री प्रबंधन) आदि अधिकारी उपस्तिथ थे।
चीफ जनरल मैनेजर (कार्मिक एवं प्रशासन) भूपिंदर सिंह पॉपली के स्वागत भाषण के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। उसके बाद गणेश वंदना के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। इसके पहले निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश द्वारा मंच का उद्घाटन किया गया और सभी एवं विशेष अतिथियों द्वारा भी नारियल फोड़कर मंच की पूजा की।
ज्ञातव्य हो कि बोकारो संगीत कला अकैडमी एक ऐसी संस्था है, जहां संगीत एवं कला के सभी विधाएं सिखाई जाती हैं एवं बहुत कम शुल्क लिया जाता है। बोकारो संगीत कला अकेडमी का योगदान पिछले 31 वर्षों से बोकारो में भारतीय परंपरागत संगीत के संरक्षित रखने एवं इसे विस्तृत करने में काफी बड़ा रहा है।
अकादमी के प्रशासक अरुण सिन्हा ने बताया अकैडमी में गरीब एवं आदिवासी बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है। अपने इस लंबे अंतराल में बोकारो संगीत कला अकेडमी के छात्रगण देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। अभी यह प्रयास किया जा रहा है कि अकैडमी में नाट्यकला की भी पढ़ाई प्रारंभ की जाएगी।