Bokaro: शहर की महिला थाना पुलिस ने एक 16 साल की नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज़ किया है। आरोप है कि तीन लोगो ने पीड़िता का अपरहण कर एक रूम में तीन महीनो तक बंद रखा और उसके साथ दुष्कर्म करते रहे। इस दौरान जब-जब पीड़िता ने उनका विरोध किया, तब-तब आरोपी उसे पीटते थे।
19 जुलाई को पीड़िता किसी तरह उनके चंगुल से भागने में सफल रही और घर पहुंची। जिसके बाद मामला बोकारो महिला पुलिस स्टेशन पंहुचा और रविवार को शिकायत दर्ज की गई। डीएसपी सिटी कुलदीप कुमार ने कहा, ‘इस सिलसिले में तीनों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण होगा”।
पीड़िता के परिजनों ने पुलिस स्टेशन में कहा कि पीड़िता 20 अप्रैल से लापता थी। वह खरीदारी करने बहादुरपुर गई थी और लौट कर नहीं आई। जब वह कपड़े खरीदकर घर लौट रही थी तो तीन लोगो ने उसे एक ऑटो में जबरन बैठा लिया और उसका मुंह बांध दिया। वे उसे तेलीडीह ले गए जहा उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया।
घटना के बाद, परिवार के सदस्यों ने पीड़िता की काफी तलाश की। परिजनों के अनुसार उन्होंने जरीडीह पुलिस स्टेशन में लड़की की गुमशुदगी के बारे में बताते हुए मदद भी मांगी। लेकिन पुलिस ने उनके मामले को गंभीरता से नहीं लिया और नाबालिग लड़की के घर वापस आने का इंतजार करने को कहा।
अब पीड़िता के वापस आने के बाद, पुलिस ने उसके बयान पर महिला थाने में पोक्सो एक्ट व आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत सामूहिक दुष्कर्म व अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी जब कमरे से बाहर निकलते थे तो उसका मुंह बांध देते थे और बाहर ताला लगा देते थे। वे उसके लिए बाहर से खाना लाते थे। 19 जुलाई को पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने पीड़िता को देखा तो ताला तोड़कर बाहर निकाला। जिसके बाद परिजनों को सूचना दी गई।